
उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में एक नगर है रामपुर कारखाना और इसी नगर के नाम पर विधानसभा सीट भी है. रामपुर कारखाना नगर का इतिहास कई साल पुराना है. यहां चीनी के कई कारखाने हुआ करते थे. इस इलाके की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार खेती है. रामपुर कारखाना नगर पंचायत बहुत पुरानी नगर पंचायत है. इसकी स्थापना 1874 में हुई थी. इसी टाउन एरिया के नाम पर रामपुर कारखाना विधानसभा सन 2008 के परिसीमन के बाद 2012 के विधानसभा चुनाव में अस्तित्व में आई थी.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
रामपुर कारखाना विधानसभा सीट से अब तक दो दफे विधानसभा चुनाव हुए हैं. साल 2012 में हुए पहले विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) की उम्मीदवार गजाला लारी विधायक निर्वाचित हुईं. तब निर्दलीय उम्मीदवार गिरजेश उर्फ गुड्डू शाही 44 हजार से अधिक वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे थे. 2012 के चुनाव से पहले इस विधानसभा सीट का नाम गौरीबाजार विधानसभा सीट हुआ करता था. 2012 के चुनाव में गौरीबाजार विधानसभा सीट का अस्तित्व समाप्त हो गया और रामपुर कारखाना विधानसभा सीट अस्तित्व में आई.
2017 का जनादेश
रामपुर कारखाना विधानसभा सीट से साल 2017 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कमलेश शुक्ला पर दांव लगाया. बीजेपी के कमलेश को 62 हजार 886 वोट मिले. कमलेश शुक्ला ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंदी सपा की गजाला लारी को करीब 10 हजार वोट से हरा दिया. तीसरे स्थान पर निर्दल गिरजेश शाही रहे. गिरजेश को 41 हजार 865 वोट मिले. चौथे स्थान पर बसपा के राजू पहाड़ी रहे थे.
सामाजिक ताना-बाना
रामपुर कारखाना विधानसभा सीट के सामाजिक समीकरणों की बात करें तो यहां के मतदाताओं का वोटिंग पैटर्न जाति पर आधारित रहा है. इस विधानसभा क्षेत्र में ब्राह्मण और क्षत्रिय वोटर अधिक हैं. यादव और मुस्लिम के साथ ही कुशवाहा, चौहान, अनुसूचित जाति के मतदाता भी निर्णायक भूमिका निभाने की स्थिति में हैं.
विधायक का रिपोर्ट कार्ड
रामपुर कारखाना विधानसभा सीट से विधायक 66 साल के कमलेश शुक्ला रुद्रपुर तहसील के भेड़ी बकरुआ गांव के रहने वाले हैं. उत्तराखंड के नैनीताल में इनका कारोबार है. कमलेश शुक्ला ने 1976-77 में युवा कांग्रेस के साथ सियासी सफर की शुरुआत की और उन्हें नैनीताल जिले का महामंत्री बनाया गया. नैनीताल में ही ये जिला पंचायत सदस्य भी रहे. कमलेश शुक्ला उत्तर प्रदेश राइस मिलर एसोसिएशन के प्रेसिडेंट भी रहे और पंतनगर में गोविंद वल्लभ पंत कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की प्रबंध परिषद के छह साल तक सदस्य भी रहे. इनके तीन बेटे और एक बेटी है.
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रामपुर कारखाना से विधायक कमलेश शुक्ला का दावा है कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान विधानसभा क्षेत्र में कई विकास कार्य कराए हैं. सड़कों का निर्माण कराया है. विधायक के मुताबिक 33 करोड़ रुपये की लागत से पीपरपाती-कसयां मार्ग से बैकुंठपुर तक की सड़क का निर्माण कराया और सौ करोड़ की लागत से तीन पुल पारित कराए. इनमें आमघाट और कुशहरी के पुल बन गए हैं जबकि प्यासी का पुल निर्माणाधीन है.