
फिरोजाबाद जिले के ग्रामीण इलाकों की सीट है शिकोहाबाद विधानसभा सीट. ग्रामीण अंचल में बसे शिकोहाबाद विधानसभा क्षेत्र में किसान अधिक हैं. यहां आलू और गेहूं की फसल की पैदावार अच्छी होती है. यहां पर अंग्रेजों के जमाने से आदर्श इंटर कॉलेज है जहां मुलायम सिंह यादव ने भी शिक्षा ग्रहण की थी. शिकोहाबाद से ही मैनपुरी और फर्रुखाबाद के लिए रेलवे लाइन जाती है.
शिकोहाबाद में बल्ब की फैक्ट्री हिंद लैंप लिमिटेड है तो साथ ही ये इलाका कांच के लिए भी प्रसिद्ध है. शिकोहाबाद विधानसभा क्षेत्र के मक्खनपुर कस्बे में कांच के कई कारखाने हैं. कांच के इन कारखानों में करीब 50 हजार कारीगर काम करते हैं. पहले शिकोहाबाद क्षेत्र को क्राइम बेल्ट भी कहा जाता था लेकिन अब अपराध में भारी कमी आई है.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
शिकोहाबाद विधानसभा सीट की राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात करें तो इस सीट से साल 1977 में जनता पार्टी के दुर्गा विजय सिंह विधायक निर्वाचित हुए थे. 1980 में कांग्रेस के जगदीश सिंह, 1985 में निर्दलीय रामनरेश, 1989 में निर्दलीय राकेश कुमार, 1991 में निर्दल झाउलाल यादव विधायक रहे. साल 1993 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव इस सीट से चुनावी रणभूमि में उतरे.
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शिकोहाबाद विधानसभा सीट के साथ ही मुलायम सिंह यादव जसवंत नगर और निधौली कला सीट से भी चुनाव लड़े थे. शिकोहाबाद के मतदाताओं ने बड़े अंतर से मुलायम को जिताया था. मुलायम ने जसवंत नगर और निधौली सीट छोड़ दी. उन्होंने तब शिकोहाबाद सीट का प्रतिनिधित्व विधानसभा में किया था. 1996 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अशोक यादव, 2002 में सपा के हरिओम यादव, 2007 में निर्दल अशोक यादव और 2012 में सपा के टिकट पर ओमप्रकाश वर्मा विधायक निर्वाचित हुए.
2017 का जनादेश
शिकोहाबाद विधानसभा सीट से 2017 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने डॉक्टर मुकेश वर्मा को टिकट दिया. बीजेपी के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे डॉक्टर मुकेश वर्मा चुनावी बाजी जीतकर विधानसभा पहुंचने में सफल रहे. इस विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवारों ने हर चुनाव में विधायक बदलने का अपना रिकॉर्ड भी बचाए रखा.
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शिकोहाबाद विधानसभा सीट से बीजेपी के डॉक्टर मुकेश वर्मा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सपा के संजय यादव को 10 हजार से अधिक वोट के अंतर से हरा दिया था. बसपा के शैलेष कुमार तीसरे स्थान पर रहे थे. निर्दलीय रामप्रकाश यादव नेहरू को चौथे स्थान से संतोष करना पड़ा था. शिकोहाबाद सीट से दूसरी दफे बीजेपी को जीत मिली थी.
सामाजिक समीकरण
शिकोहाबाद विधानसभा सीट के सामाजिक समीकरणों की बात करें तो यहां हर जाति-वर्ग के वोटर रहते हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में यादव बिरादरी के मतदाता बड़ी तादाद में हैं. शिकोहाबाद सीट को यादव बाहुल्य सीट कहा जाता है. शिकोहाबाद विधानसभा क्षेत्र में साढ़े तीन लाख के करीब मतदाता हैं जो लखनऊ की विधानसभा में अपना प्रतिनिधि चुनने के लिए मतदान का अधिकार रखते हैं.
विधायक का रिपोर्ट कार्ड
शिकोहाबाद विधानसभा सीट से विधायक डॉक्टर मुकेश वर्मा का दावा है कि उन्होंने इलाके में काफी विकास कार्य कराए हैं. वे सड़क से लेकर अन्य परियोजनाएं बता भी रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ विरोधी उनके दावे को हवा-हवाई बता रहे हैं. शिकोहाबाद के मतदाताओं का मिजाज भी हर चुनाव में परिवर्तन का रहा है ऐसे में देखना होगा कि इस बार क्या होगा?