
यूपी के उन्नाव जिले के जिला मुख्यालय की विधानसभा सीट है उन्नाव सदर विधानसभा सीट. उन्नाव सदर विधानसभा सीट के मतदाताओं का मिजाज अलहदा रहा है. उन्नाव सदर विधानसभा सीट के मतदाताओं ने जिसे प्यार दिया, जी भरकर दिया. इस विधानसभा सीट से अब तक कोई भी नेता जीत की हैट्रिक नहीं लगा सका. इस सीट से सबसे ज्यादा चार दफे समाजवादी पार्टी (सपा) के उम्मीदवारों को जीत मिली है.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
उन्नाव सदर विधानसभा सीट की राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात करें तो इस विधानसभा सीट से साल 1962 और 1967 में लगातार दो दफे जियाउर रहमान जीते थे. 1974 में शिवपाल सिंह, 1977 में चंद्रपाल सिंह, 1980 में भी शिवपाल सिंह, 1985 और 1989 में मनोहर लाल, 1991 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के शिवपाल सिंह, 1996 में पूर्व विधायक मनोहर लाल के बेटे दीपक कुमार सपा से विधायक निर्वाचित हुए. दीपक कुमार को 2002 में हार मिली और इसके बाद वे 2007, 2012 में भी विधायक रहे. दीपक के निधन के बाद रिक्त हुई सीट पर 2014 के उपचुनाव में बीजेपी के पंकज गुप्ता ने सपा के टिकट पर उतरीं मनीषा दीपक को हरा दिया था.
2017 का जनादेश
उन्नाव सदर विधानसभा सीट से 2017 के विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने अपने निवर्तमान विधायक पंकज गुप्ता को चुनाव मैदान में उतारा. पंकज गुप्ता के सामने सपा से मनीषा दीपक की चुनौती थी. बीजेपी के पंकज गुप्ता ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंदी सपा की मनीषा दीपक को 46072 वोट के बड़े अंतर से शिकस्त दी थी. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के उम्मीदवार को तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा था.
सामाजिक ताना-बाना
उन्नाव सदर विधानसभा सीट के सामाजिक समीकरणों की बात करें तो इस विधानसभा क्षेत्र में अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं की तादाद अधिक है. अनुसूचित जाति के मतदाता भी उन्नाव सदर विधानसभा सीट का चुनाव परिणाम निर्धारित करने में निर्णायक भूमिका निभाते हैं.
विधायक का रिपोर्ट कार्ड
उन्नाव सदर विधानसभा सीट से विधायक बीजेपी के पंकज गुप्ता 2014 के उपचुनाव में पहली दफे विधायक निर्वाचित हुए थे. पंकज 2017 में भी जीते. 52 साल के पंकज गुप्ता बीएससी हैं और 2008 से 2013 तक नगरपालिका परिषद के चेयरमैन भी रहे हैं. पंकज के परिवार में उनकी पत्नी रश्मि गुप्ता और एक पुत्र प्रखर गुप्ता हैं. पंकज का दावा है कि उनके कार्यकाल में इलाके का चहुंमुखी विकास हुआ है.
(रिपोर्ट- विशाल सिंह चौहान)