
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे पास आ रहे हैं, वैसे-वैसे राजनीतिक पार्टियां और अधिक सक्रिय होती जा रही हैं. इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी आगामी 25 तारीख को अमेठी जाएंगी. स्मृति, जवाहर नवोदय विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य के साथ अमेठी के विकास के लिए अरबों रुपए की योजनाओं की सौगात देंगी.
इधर, एक दिन पहले ही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी बहन प्रियंका गांधी के साथ अमेठी में पदयात्रा करके गए हैं. प्रियंका गांधी ने अमेठी में कहा था कि एक बहुत पुराना रिश्ता है अमेठी के साथ. प्रेम और सच्चाई का रिश्ता है. राजनीति का नहीं जज्बात का रिश्ता है अमेठी के साथ. उन्होंने आगे कहा कि धन्यवाद, अमेठी ढेर सारे प्यार के लिए और भाजपा की कुनीतियों के खिलाफ इस हुंकार के लिए.
इसके अलावा यहां राहुल ने एक बार फिर हिंदू और हिंदुत्ववादी का मुद्दा छेड़ा. उन्होंने कहा कि गांधी जी ने कहा था कि हिंदू का रास्ता सत्याग्रह है, जबकि हिन्दुत्ववादी का रास्ता सत्ताग्रह हैं. उन्होंने कहा कि जो अन्याय के खिलाफ लड़ता है वो हिंदू है और जो हिंसा फैलाता है वो हो हिन्दुत्ववादी है. आज एक तरफ हिन्दू हैं, जो सच्चाई की बात करते हैं. दूसरी तरफ हिन्दुत्ववादी हैं जो नफरत फैलाते हैं और सत्ता को छीनने के लिए कुछ भी कर सकते हैं.
बताते चलें कि अमेठी कांग्रेस का गढ़ रहा है और राहुल गांधी यहां से लोकसभा का चुनाव जीतते रहे हैं. 2004, 2009 और 2014 के लोकसभा चुनाव में अमेठी से राहुल लगातार चुनाव जीते थे. लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी अमेठी से चुनाव हार गए थे. इसके साथ ही क्षेत्र में कांग्रेस का प्रभाव कम हो रहा है.