
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में इस बार महिला वोटर 'विनिंग फैक्टर' साबित होंगी. यही वजह है कि सभी पार्टियों ने महिला वोटरों को साधने की कवायद शुरू कर दी है. समाजवादी पार्टी की महिला सभा ने एक मुहिम की शुरुआत की है. इस मुहिम के तहत हर बूथ पर सक्रिय महिला सदस्य बनाने का फैसला किया गया है.
सपा महिला सभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष जूही सिंह की अगुवाई में मंगलवार शाम को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई. इस बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव में सपा को बूथ स्तर पर मजबूत करने की रणनीति बनाई गई. इसके साथ ही एक नए मुहिम की शुरुआत की गई. इसके तहत यूपी के सभी पोलिंग बूथों पर सक्रिय महिला सदस्य बनाई जाएंगी.
महिला सभा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रेया वर्मा ने कहा कि हमारी महिला सभा राष्ट्रीय अध्यक्ष जूही सिंह ने बैठक में मुख्य रूप से संगठन के विस्तार के साथ हर बूथ पर महिलाओं की सक्रियता और बूथ कमेटी में जोड़ने पर ज़ोर दिया, विधानसभा चुनाव में भी महिलाओं को वरीयता देकर उनके प्रतिनिधित्व को और मजबूत किया जाएगा.
वहीं, महिला सभा की राष्ट्रीय सचिव सय्यद जरीन ने कहा कि भाजपा सरकार की महिला विरोधी नीतियों से आज महिलाऐं उपेक्षित और प्रताड़ित महसूस कर रही हैं, समाजवादी पार्टी की पहल है कि हर बूथ पर सक्रिय महिला सदस्य होंगी.
अखिलेश ने बदली MY समीकरण की परिभाषा
गौरतलब है कि मुलायम सिंह यादव यूपी में जिस एम-वाई (मुस्लिम-यादव) समीकरण के जरिए सत्ता पर काबिज होते रहे हैं, अखिलेश यादव ने मुलायम के उस समीकरण की परिभाषा को बदल दी है और नई सपा के एम-वाई समीकरण में एम का मतलब महिला और वाई का मतलब युवा बताया है और कहा था कि इन दोनों को साथ लेकर चुनाव लड़ेंगे.
कांग्रेस ने 40 फीसदी महिलाओं को देगी टिकट
बीते दिनों ही कांग्रेस ने भी महिला वोटरों को अपने पाले में लाने के लिए बड़ा दांव चला था. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ऐलान किया था कि इस बार 40 फीसदी महिला प्रत्याशियों को कांग्रेस टिकट देगी. इसके साथ ही प्रियंका ने एक और प्रतिज्ञा दी थी कि सरकार बनने पर बेटी को स्मार्टफोन और स्कूटी दी जाएगी.
बीजेपी का कमल शक्ति संवाद
दोबारा सत्ता में वापसी के लिए बीजेपी ‘कमल शक्ति संवाद’ नाम के अभियान के जरिए पार्टी से महिलाओं को जोड़ने की पहल कर रही है. इसके लिए पार्टी ने ‘ड्रॉइंग रूम और बरामदे’ तक में छोटी-छोटी मीटिंग्स के जरिए महिलाओं तक पहुंचने की रणनीति बनाई है. इन बैठकों में 10-15 महिलाएं शामिल होंगी.