
उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के नेताओं में खींचतान देखने को मिलने लगी है. खास बात ये है कि कांग्रेस ने खुद पत्र जारी कर इन कयासों को न सिर्फ बल दिया, बल्कि अपनी फजीहत भी कराई.
दरअसल, कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिलने गया था. इसमें कांग्रेस नेता ओंकार नाथ सिंह ,वीरेंद्र मदान समेत 3 लोग शामिल थे. कांग्रेस नेताओं ने चुनाव आयोग से अपील की थी, राज्य में निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए अपर मुख्य गृह सचिव अवनीश अवस्थी को हटाने की मांग की थी. लेकिन अब इस मामले में कांग्रेस ने लेटर जारी कर कहा है कि नेताओं का यह प्रतिनिधिमंडल आधिकारिक नहीं था.
कांग्रेस ने एक पत्र जारी किया है. इसमें लिखा है कि चुनाव आयोग से मुलाकात करने वाली टीम आधिकारिक नहीं थी. इसके अलावा चुनाव आयोग से मांग की गई है कि प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा और प्रमोद तिवारी, नसीमुद्दीन सिद्दीकी के नेतृत्व में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व मंडल निष्पक्ष चुनाव को लेकर राय देना चाहता है.
कांग्रेस ने चुनाव आयोग से 30 दिसंबर का समय मांगा है. कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की तरफ से एक पत्र जारी कर कर चुनाव आयोग से यह मांग की गई है. इस पूरे मामले पर कांग्रेस के पुराने नेता और नेताओं के बीच में खींचतान देखने को मिल रही है. इसके साथ ही कांग्रेस ने पत्र जारी कर फजीहत करा दी है.