
यूपी चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आते जा रहे हैं, तमाम राजनीतिक पार्टियां अब जातीय समीकरण साधने में जुट गई हैं. ब्राह्मण सम्मेलन तो हो ही रहे थे, अब दलित वोटरों पर भी ध्यान केंद्रित किया जा रहा है. बसपा के पारंपरिक वोट बैंक को सीधे चोट पहुंचाने के लिए समाजवादी पार्टी ने एक नई रणनीति बना डाली है. बसपा से दलितों को अपने पाले में करने के लिए समाजवादी पार्टी ने एक और बड़ा ऐलान किया है, बसपा के पूर्व जोनल कोऑर्डिनेटर को अखिलेश यादव ने अंबेडकर वाहिनी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया है.
अखिलेश का नया दांव
अखिलेश यादव ने आज अंबेडकर वाहिनी के गठन का ऐलान किया है. अंबेडकर वाहिनी सपा के लिए दलितों का फ्रंटल ऑर्गनाइजेशन होगा. इस नए संगठन में मिठाई लाल भारती को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है. भारती बसपा के कार्यकाल में पूर्वांचल के जोनल कोऑर्डिनेटर तथा कई प्रदेशों में प्रभारी रहे हैं. पिछले दिनों वे समाजवादी पार्टी की नीतियों और अखिलेश यादव के नेतृत्व में आस्था जताते हुए समाजवादी पार्टी में शामिल हुए थे
विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार घोषित
वैसे इन सब के अलावा सपा प्रमुख ने अब विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए अपने उम्मीदवार का भी ऐलान कर दिया है. उन्होंने सीतापुर के महमूदाबाद से विधायक नरेंद्र सिंह वर्मा को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है. जानकारी के लिए बता दें कि 18 अक्टूबर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है. उस समय विधानसभा उपाध्यक्ष पद का चुनाव भी होना है.
वहीं बीजेपी की बात करें तो उनकी तरफ से इस चुनाव के लिए नरेश अग्रवाल के बेटे नितिन अग्रवाल को अपना उम्मीदवार बनाया जा सकता है. बीजेपी ने अभी तक कोई औपचारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन कहा जा रहा है कि पार्टी उनके नाम पर मुहर लगा सकती है.