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UP Election: मतदान के बाद स्ट्रांग रूम तक EVM का पीछा करें, समाजवादी पार्टी का कार्यकर्ताओं को आदेश

समाजवादी पार्टी ने एक लेटर जारी कर अपने पदाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि उन्हें ईवीएम को लेकर काफी अलर्ट रहना चाहिए. इसके अलावा निर्देश भी दिए कि सभी कार्यकर्ता 10 मार्च तक जिला निर्वाचन अधिकारी की अनुमति से स्ट्रांग रूम की रखवाली करें.

सपा प्रमुख अखिलेश यादव (फाइल फोटो) सपा प्रमुख अखिलेश यादव (फाइल फोटो)
समर्थ श्रीवास्तव
  • लखनऊ,
  • 18 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 12:40 AM IST
  • समाजवादी पार्टी ने जारी किया लेटर
  • पार्टी के कार्यकर्ताओं को EVM संबंधी निर्देश दिए गए

यूपी चुनाव के दो चरण बीत चुके हैं आगामी 20 जनवरी को राज्य में तीसरे चरण का मतदान होना है. ऐसे में जहां एक तरफ सभी पॉलिटिकल पार्टियां वोटर्स को लुभाने में जुटी हुई हैं तो दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी ईवीएम को लेकर काफी अलर्ट मोड में है. शुक्रवार को समाजवादी पार्टी ने सभी जिला अध्यक्ष और महानगर अध्यक्षों को मतदान के बाद ईवीएम की सुरक्षा को लेकर निर्देश भेजा है.

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समाजवादी ने लेटर जारी करते हुए स्ट्रांग रूम तक ईवीएम पहुंचने तक पीछा करने और ईवीएम की सुरक्षा को लेकर अपने पदाधिकारियों को निर्देश दिए हैं. 

सपा के निर्देश:

- स्ट्रांग रूम में सील होने के बाद करें निगरानी.
- स्ट्रांग रूम के बाहर 24 घंटे निगरानी करें.
- 10 मार्च तक जिला निर्वाचन अधिकारी की अनुमति से स्ट्रांग रूम की रखवाली करें.
- पीठासीन अधिकारी से फार्म-7 का जरूर प्राप्त करें.
- पीठासीन अधिकारी के फार्म 7 नहीं दिए जाने पर निष्पक्ष चुनाव पर प्रश्न चिह्न.

गौरतलब है कि यूपी में इलेक्शल का दौर चरम पर है. ऐसे में जिन विधानसभा सीटों पर चुनाव होने बाकी हैं, वहां राजनीतिक पार्टियां भरसक प्रयास कर रही हैं. इसी क्रम में समाजवादी पार्टी ने इटावा में चुनाव प्रचार किया. यहां रोड शो के दौरान मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव एक साथ प्रचार के लिए पहुंचे. गुरुवार को समाजवादी विजय रथ इटावा के सैफई पहुंचा था. इस दौरान प्रसपा के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव भी नजर आए.

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान के पहले यादव परिवार की एकजुटता लंबे समय बाद दिखाई दी. इसके राजनीतिक तौर पर कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. यादवलैंड में तीनों नेताओं की मौजूदगी इस बात की गवाह है कि यूपी के चुनाव की लड़ाई समाजवादी पार्टी के लिए उसकी साख का सवाल बन गई है.

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