
Uttar Pradesh Elections 2022: यूपी की राजनीति में उस समय बड़ा सियासी भूचाल आ गया जब स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंत्रीपद से इस्तीफा दे दिया और सपा नेता अखिलेश यादव के साथ उनकी तस्वीर सामने आ गई. मौर्य के बाद उनके कुछ समर्थक विधायकों ने भी बीजेपी से इस्तीफे दे दिए. इस बीच, औरैया जिले की बिधूना सीट से भाजपा विधायक विनय शाक्य भी गायब बताए जा रहे हैं. उनकी बेटी ने दावा कर दिया है कि उनका अपहरण कर लिया गया है. हालांकि, पुलिस की तरफ से आया ताजा बयान कुछ और ही कहता है.
विनय शाक्य की बेटी रिया ने एक बयान जारी कर अपने ही चाचा देवेश शाक्य पर गंभीर आरोप लगाया. कहा गया है कि उन्हें जबरदस्ती लखनऊ ले जाया गया है. रिया कहती हैं कि मैं इस वीडियो के माध्यम से आप सभी बिधूना वासियों को एक महत्वपूर्ण बात बताना चाहती हूं. आप सबको ज्ञात होगा कि मेरे पिताजी को कुछ साल पहले लकवा मार दिया था जिसके बाद से वो चलने फिरने में असमर्थ हैं. उनके बीमारी का फायदा उठा कर मेरे चाचा देवेश शाक्य ने उस वक़्त से ही उनके नाम पर अपनी व्यक्तिगत राजनीति की है और जनता का शोषण किया है. आज उन्होंने हद पार करते हुए जबरन मेरे पिताजी को घर से उठाकर सपा में शामिल करने के लिए लखनऊ ले गए हैं.
बेटी ने लगा दिया गंभीर आरोप
रिया आगे बताती हैं कि मैं उनकी पुत्री होने के नाते आप लाेगों को बताना चाहती हूं कि हम भाजपाई हैं और पार्टी के साथ मजबूती से खड़े हैं. उस दौर में जब किसी ने हमारी मदद नहीं की तो प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हमारी मदद की और पिताजी का इलाज कराया. आज चंद लोग हमारे समाज के नेता बनने के नाम पर अपनी राजनीति चमका रहे हैं और फिर से वही गुंडई पर आ गए हैं. ये लोग मेरा भी अपहरण करने का प्रयास कर रहे हैं. मैं प्रशासन और पार्टी नेतृत्व को बताना चाहती हूं कि मैं अपने पिताजी की उत्तराधिकारी हूं और हम लोग पूर्णतः भाजपाई हैं.
अब इस विवाद पर अभी तक बीजेपी के किसी नेता ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. सपा ने भी कोई बयान जारी नहीं किया है, लेकिन औरैया जिले में ये एक बड़ा मुद्दा बन चुका है.
इस बीच औरैया के पुलिस अधीक्षक ने कहा कि विधायक विनय शाक्य बिधूना, शान्ति कालोनी जनपद इटावा में सकुशल अपनी मां के साथ मौजूद हैं. अपहरण का आरोप असत्य एवं निराधार है, प्रकरण पारिवारिक विवाद से सम्बन्धित है.