Advertisement

UP Election: राजा भैया को मंच से कहे थे अपशब्द, अब गुलशन यादव बोले- मेरी जान को उनसे खतरा

कुंडा सीट पर राजा भैया के खिलाफ चुनावी ताल ठोक रहे गुलशन यादव ने दावा कर दिया है कि उनकी जान को खतरा है. उनके साथ कोई अप्रिय घटना हो सकती है. उन्होंने राजा भैया से अपनी जान को खतरा बता दिया है.

गुलशन यादव बोले- मेरी जान को राजा भैया से खतरा गुलशन यादव बोले- मेरी जान को राजा भैया से खतरा
aajtak.in
  • प्रतापगढ़,
  • 04 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 6:53 PM IST
  • किसी जमाने में एक दूसरे के करीबी थे राजा भैया-गुलशन यादव
  • 20 साल बाद सपा ने राजा भैया के खिलाफ उतारा उम्मीदवार

यूपी के कुंडा विधानसभा की बात जब भी आती है, राजा भैया उर्फ रघुराज प्रताप सिंह का नाम आना लाजिमी है. वर्तमान में कुंडा सीट से विधायक राजा भैया इस चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. लेकिन उन्हें टक्कर दे रहे हैं एक जमाने में उनके सबसे करीबी रहे गुलशन यादव.

समाजवादी पार्टी ने गुलशन यादव को राजा भैया के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा है. गुलशन लगातार अपने प्रचार में राजा भैया पर निशाना साध रहे हैं. कुछ मौकों पर मंच से विवादित बयान भी दे गए हैं जिस वजह से उन पर शिकायत दर्ज हुई है. अब सोशल मीडिया पर एक ट्वीट कर गुलशन यादव ने दावा कर दिया है कि उनकी जान को खतरा है. उनके साथ कोई अप्रिय घटना हो सकती है.

Advertisement

मेरी जान को खतरा....

ये आरोप उन्होंने वर्तमान कुंडा सीट से विधायक राजा भैया और एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह पर लगाया है. ट्वीट कर लिखा गया है कि मैं गुलशन यादव 246 विधानसभा कुंडा से सपा प्रत्याशी हूं, मेरी पत्नी श्रीमती सीमा यादव वर्तमान में चेयरमैन हैं, चुनाव में हार के डर से कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह, एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह मेरी हत्या की साजिश रच रहे हैं, कभी भी मेरे साथ अप्रिय घटना हो सकती है.

मै गुलशन यादव 246विधानसभा कुण्डा से सपा प्रत्याशी हूं,मेरी पत्नी श्रीमती सीमा यादव वर्तमान में चेयरमैन हैं,चुनाव में हार के डर से कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह,एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह मेरी हत्या की साजिश रच रहें हैं, कभी भी मेरे साथ अप्रिय घटना हो सकती है।@PratapGarhSP @dgpup

— Gulshan Yadav (@gulshankunda) February 3, 2022

वैसे जिन राजा भैया पर गुलशन यादव ये गंभीर आरोप लगा रहे हैं, किसी जमाने में दोनों एक दूसरे के काफी करीबी थे. जब 1993 में राजा भैया ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी, तब गुलशन यादव का नाम भी प्रमुखता से सामने आता था. कई ऐसे आपराधिक मामले भी रहे, जहां पर सबसे पहले गुलशन यादव का नाम सामने आया. फिर चाहे वो पोटा के गवाह को मारने का मामला हो या फिर जियाउल हक हत्याकांड. बाद में किसी वजह से दोनों के बीच दूरियां बढ़ती गईं और देखते ही देखते दोनों की राह अलग हो गई.

Advertisement

20 साल बाद राजा भैया को चुनौती

अब कई सालों बाद समाजवादी पार्टी की तरफ से राजा भैया के खिलाफ किसी प्रत्याशी को उतारा गया है. दावा किया जा रहा है कि इस सीट पर बड़ा उलटफेर कर दिया जाएगा, अब होता है या नहीं ये 10 मार्च को स्पष्ट हो जाएगा. 

(सुनील यादव का इनपुट)

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement