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Gorakhpur urban seat: गोरखपुर सीट पर योगी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे चंद्रशेखर को कितने वोट मिले?

चंद्रशेखर ने सीएम योगी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. इसके बाद से वे इंटरव्यू में बड़े बड़े दावे करते रहे हैं. मतदान के दौरान चंद्रशेखर ने कहा था कि हमारा मोर्चा यूपी में 403 सीटों पर चुनाव लड़ रहा है और हमें भरोसा है आज़ाद समाज पार्टी यूपी में बड़ी ताक़त बनेगी और हमारे बिना सरकार नहीं बनेगी.

गोरखपुर सीट से चंद्रशेखर आजाद ने सीएम योगी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. गोरखपुर सीट से चंद्रशेखर आजाद ने सीएम योगी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया था.
aajtak.in
  • गोरखपुर,
  • 10 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 4:23 PM IST
  • गोरखपुर शहर सीट से आगे चल रहे सीएम योगी
  • सीएम योगी के खिलाफ ताल ठोकने वाले चंद्रशेखर चौथे नंबर पर

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मतगणना जारी है. अभी तक के रुझानों में बीजेपी को स्पष्ट बहुमत मिलता दिख रहा है. बीजेपी ने यह चुनाव उत्तर प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चेहरे पर लड़ा था. सीएम योगी भी इस बार गोरखपुर शहर सीट से चुनाव मैदान में हैं. सीएम योगी अपनी परंपरागत सीट से आगे चल रहे हैं. भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद रावण ने इस सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान कर काफी सुर्खियां बटोरी थीं. ऐसे में जानते हैं कि इस चुनाव में उनका क्या हाल है?

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चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, गोरखपुर शहर सीट सीएम योगी सबसे आगे चल रहे थे. सीएम योगी को अब तक 85356 वोट मिले. जबकि दूसरे नंबर पर सपा उम्मीदवार सुभापति शुक्ला हैं. उन्हें 30498 वोट मिले हैं. वहीं, तीसरे नंबर पर बसपा और चौथे नंबर पर चंद्रशेखर हैं. चंद्रशेखर को अभी तक की गिनती में सिर्फ 4501 वोट मिले हैं. 

चंद्रशेखर ने किए थे बड़े बड़े दावे

चंद्रशेखर ने सीएम योगी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. इसके बाद से वे इंटरव्यू में बड़े बड़े दावे करते रहे हैं. मतदान के दौरान चंद्रशेखर ने कहा था कि हमारा मोर्चा यूपी में 403 सीटों पर चुनाव लड़ रहा है और हमें भरोसा है आज़ाद समाज पार्टी यूपी में बड़ी ताक़त बनेगी और हमारे बिना सरकार नहीं बनेगी.

चंद्रशेखर ने आजतक को दिए इंटरव्यू में कहा था, 'जब यहां आए थे, तो लगता था रास्ता कठिन है, लेकिन जब गोरखपुर की गलियों में गया तो पता लगा कि यहां लोग पीड़ित हैं. मैंने प्रयास किया कि लोग जागें और अपनी चुप्पी तोड़ें. इस प्रयास में हमें सफलता हासिल हुई. उन्होंने कहा कि दो तरह का लोकतंत्र होता है- एक लोकतंत्र है चुप रहना और सहना, दूसरा है अधिकार छीन कर लेना. जब मैं आया था तो यहां बेबसी दिखी थी, लेकिन अब लोगों ने बोलना शुरू कर दिया है.''

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'गोरखपुर की जनता पीड़ित' 

चंद्रशेखर ने कहा था गोरखपुर की जनता पीड़ित है, लेकिन समझ नहीं पाती कि किसे अपना दुख कहें. क्योंकि जो मुख्यमंत्री हैं और यहां से उम्मीदवार हैं, उन्हें परेशानियां दिखती नहीं हैं.

 

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