
यूपी चुनाव में मोहम्मद अली जिन्ना का जिक्र कई बार हो रहा है. जिन्ना की वजह से राजनीतिक समीकरण तो बदले ही हैं, कई मुद्दों पर विवाद भी खड़ा हो गया है. अब प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर बड़ा हमला बोला है. नाम तो नहीं लिया, लेकिन यूपी की जनता को एक संदेश दे दिया.
सीएम योगी ने स्पष्ट कर दिया है कि सरदार पटेल और जिन्ना का नाम एक साथ नहीं लिया जा सकता है. एक ने अगर देश को जोड़ने का काम किया था तो दूसरे ने बंटवारा करवा दिया था. इसी वजह से योगी कह रहे हैं कि यूपी की जनता को ऐसे शर्मनाक बयानों को सिरे से खारिज कर देना चाहिए.
एक पार्टी के नेता ने कुछ दिन पहले सरदार पटेल की तुलना जिन्ना से कर दी थी. सरदार पटेल जिन्होंने देश को जोड़ा था, उनकी तुलना देश को बांटने वाले से कर दी गई. जनता को ऐसे शर्मनाक बयानों को खारिज कर देना चाहिए. इन लोगों की मानसिकता समझिए, कैसे हैं ये लोग जो सरदार और जिन्ना को एक साथ जोड़ रहे हैं. सरदार हमारे राष्ट्रनायक हैं, जिन्ना ने तो भारत को तोड़ दिया था.
अब योगी के इस हमले पर अखिलेश ने उन्हें किताब पढ़ने और इतिहास को सही तरीके समझने की नसीहत दे डाली. लेकिन इस पर भी सीएम योगी का जवाब पहले से तैयार रहा. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि शुरुआती शिक्षा सही नहीं होने से लोगों को नायक और देशद्रोही में फर्क नहीं पता चलता. ये भटकाव तभी शुरू होता है जब व्यक्ति एक ही तराजू में मित्र और शत्रु को तौलने लगते हैं.
दंगों पर सीएम योगी का वार
अब अखिलेश पर तो हमला किया ही गया, पिछली सरकारों के दौरान हुए दंगों पर भी योगी ने विस्तार से बोला. सीएन के मुताबिक पहले त्योहारों के दौरान हिंसा होती थी, लोगों की आस्था के साथ खेला जाता था, लेकिन अब अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस वाली रणनीति चलाई जाती है. योगी ने इस बात पर भी खुशी जाहिर की कि अब राज्य में कोई दंगा नहीं होता है और जो करने का प्रयास करता है उसके खिलाफ ऐसी कार्रवाई होती है कि वो नजीर बन जाती है.
सीएम ने अपने भाषण के दौरान तुष्टीकरण की राजनीति पर भी चोट की. जोर देकर बोला कि अब हर किसी को विकास का फायदा मिलता है, किसी भी धर्म का तुष्टीकरण नहीं किया जाता. वहीं बीजेपी सरकार के विकास पर योगी ने खुलकर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि हम शिलान्यास भी करते हैं और लोकार्पण भी करते हैं. दूसरे दलों को जब नियत साफ नहीं होती है, ऐसी स्थिति में धोखे से अगर सत्ता मिल भी गई भले ही वह शिलान्यास कर लें लेकिन जनता उनको लोकार्पण के लायक नहीं बनाती. आज से 3 वर्ष पहले जिन परियोजनाओं का शिलान्यास किया था आज फिर उन के लोकार्पण के लिए मैं यहां आया हूं.
फिर छेड़ा कब्रिस्तान राग
अपने संबोधन में सीएम ने एक बार फिर कब्रिस्तान का भी जिक्र कर दिया. उनके मुताबिक पहले खाद्यान्न गरीब को नहीं मिलता था माफिया हावी होकर के खाद्यान्न खा जाता था नेताओं का घर भरता था, गरीब देखता रह जाता था. हमने 700 मंदिर का पुनरुद्धार किया है. पहले यह पैसा कब्रिस्तान की बाउंड्री वाल में चला जाता था, आज विकास के लिए पैसा खर्च हो रहा है. डीजल पेट्रोल के दाम बढ़ रहे थे तो हम लोगों ने दीपावली की रात को 12-12 रुपए की कटौती करके छूट दी है.
अमित तिवारी का इनपुट