
उत्तर प्रदेश बीजेपी में मची भगदड़ पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) ने भी अपनी चुप्पी तोड़ी है. मंगलवार को पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल का कहना है कि नेताओं के आत्मसम्मान का बीजेपी को ध्यान रखना चाहिए. अब गृहमंत्री अमित शाह को इस मामले को अपने हाथ में ले लेना चाहिए.
अपना दल के नेता ने आगे कहा, "स्वामी प्रसाद मौर्य का एनडीए से जाना दुखद है. भारतीय जनता पार्टी को यह देखना होगा कि सामाजिक न्याय से जुड़े नेताओं के आत्मसम्मान से कोई खिलवाड़ ना हो पाए. अपना दल (एस) अपील करता है कि गृहमंत्री अमित शाह जी आगे आएं, क्योंकि सामाजिक न्याय से जुड़े नेताओं की उम्मीद उनसे है.''
बीजेपी की सिरदर्दी बढ़ाएगा बयान
पार्टी से लगातार विधायकों के इस्तीफों की झड़ी के बाद अपना दल (एस) के नेता का बयान बीजेपी के लिए सिरदर्दी बढ़ाने वाला है. क्योंकि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने दावा कर चुके हैं कि केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल और भाजपा के एक वरिष्ठ नेता (दयाशंकर सिंह) समाजवादी पार्टी के संपर्क में हैं.
'सपा के संपर्क में हैं अनुप्रिया पटेल'
राजभर ने यह भी कहा कि केंद्रीय मंत्री और अपना दल की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल सपा के संपर्क में हैं. अनुप्रिया और सपा नेतृत्व के बीच बातचीत चल रही है. अब सभी को अंदाजा हो गया है कि भाजपा की उत्तर प्रदेश में विदाई निश्चित है. उन्होंने कहा कि बातचीत कितनी आगे बढ़ गई है, इस बारे में अखिलेश यादव ही कुछ कह सकते हैं.
राजभर के बयान पर अपना दल (S) का पलटवार
हालांकि, अपना दल (सोनेलाल) के कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल ने राजभर के बयान का खंडन कर दिया था. पटेल के मुताबिक, राजभर के लिए, यह जानना काफी है कि अपना दल (एस) भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए का हिस्सा है. भाजपा के साथ सीट बंटवारे पर चर्चा चल रही है, इस बार पार्टी पिछले चुनावों की तुलना में अधिक सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
वैसे संजय निषाद की पार्टी भी बीजेपी से ज्यादा सीटों की मांग कर रही है. आरक्षण वाला मुद्दा भी लगातार उठाया जा रहा है. लेकिन अभी के लिए निषाद पार्टी भाजपा के साथ ही रहने वाली है. उन्हीं के साथ मिलकर सरकार बनाने के दावे किए जा रहे हैं. संजय निषाद ने इतना जरूर कहा है कि बीजेपी को अपने सहयोगियों का ज्यादा ध्यान रखना चाहिए. किसी का यूं पार्टी छोड़ना ठीक नहीं है.
स्वामी प्रसाद मौर्य समेत 5 विधायकों ने छोड़ी बीजेपी
बता दें कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों की घोषणा के बाद से बीजेपी को लगातार झटके पर झटके लगते जा रहे हैं. योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद मंगलवार को 3 और भी विधायकों ने बीजेपी छोड़ दी है. इनमें बांदा (Banda) जिले की तिंदवारी विधानसभा से विधायक ब्रजेश प्रजापति, शाहजहांपुर की तिलहर सीट से विधायक रोशनलाल वर्मा और कानपुर के बिल्हौर से विधायक भगवती सागर शामिल हैं. इससे पहले, बदायूं जिले की बिल्सी विधानसभा क्षेत्र (Bilsi Assembly Constituency) से विधायक आरके शर्मा ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली.