
यूपी तक बैठक के 'अब्बाजान- किसके साथ मुसलमान?' सेशन में हैदराबाद से सांसद और AIMIM पार्टी के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शिरकत की. उन्होंने उनकी पार्टी को बीजेपी के साथ जोड़ने पर नाराजगी जताई. ओवैसी ने कहा, 'संसद में मेरा रिकॉर्ड है 2014 में जब से मोदी सरकार बनी है तब से मैं उनके खिलाफ बोल रहा हूं. मैं हर भाषण में बीजेपी को निशाना बनाता हूं. क्योंकि हमारा मकसद है कि यूपी में दोबारा बीजेपी सरकार न बनें. योगी सीएम न बनें. हम यूपी सरकार पर सवाल कर रहे हैं. इसलिए बाराबंकी में मेरे ऊपर केस हो गया.'
उन्होंने कहा, 'जब तक मैं जिंदा रहूंगा तब तक चुनाव लड़ता रहूंगा. ये मेरा अधिकार है. वोट देना नहीं देना, ये जनता के ऊपर है.' उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, 'अगर आज मोदी देश के पीएम हैं तो उसका जिम्मेदार ओवैसी है क्या. उसका जिम्मेदार तो आप हैं. आपका वोटर वहां भाग गया.'
ओवैसी ने कहा, 'अखिलेश यादव की पत्नी और भाई हार गए. राहुल गांधी हार गए. ये लोग क्यों हारे? कोई नहीं कहेगा कि ये लोग इसलिए हार गए क्योंकि इन्हें हिंदू वोट नहीं मिला. सपा-बसपा का गठबंधन होने के बावजूद इन्हें हिंदू वोट नहीं मिला, इसलिए ये लोग हार गए. लेकिन ये इसकी बात नहीं करेंगे. ये सिर्फ मुस्लिम वोट की बात करते रहेंगे.'
जब ओवैसी से पूछा गया कि यूपी का मुसलमान आपको वोट क्यों दे? तो उन्होंने कहा, 'यूपी का मुसलमान ही नहीं, बल्कि हर समाज के वोटर को MIM को वोट देना चाहिए. क्योंकि MIM ही बीजेपी के खिलाफ बोलती आई है. सिर्फ जुबानी तौर पर नहीं, बल्कि एक्शन भी किया है. बीजेपी को हराना जरूरी है क्योंकि बेरोजगारी दर 10 फीसदी हो गई है. योगी के मंत्री कह रहे हैं 33 लाख नौजवानों का नाम बेरोजगारी पोर्टल पर है. फिरोजाबाद में लोग बीमार हैं. कोरोना की दूसरी लहर में योगी सरकार नहीं दिखती. बिजली के रेट बढ़ा दिए हैं. लोग परेशान हैं. यूपी के मुसलमानों का नेता कोई नहीं है. इसलिए वो देख रहे हैं कि इससे लोकतंत्र मजबूत होगा और MIM के जरिए वो अपनी लीडरशिप पैदा करेंगे.'
'हम दुनिया को कहेंगे कि वहां मस्जिद थी'
ओवैसी ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट ने खुद कहा था कि मस्जिद को शहीद किया गया था. बाबरी मस्जिद जिसने तोड़ी किसी को सजा नहीं हुई. हम दुनिया को कहेंगे वहां मस्जिद थी. वहां नमाज पढ़ी गई. आजादी के एक साल बाद रात के अंधेरे में मूर्तियां रखी गईं. राजीव गांधी के दौर में ताले खोले गए. 6 दिसंबर 1992 को शहीद कर दिया गया.'
यूपी में कांग्रेस कहां है?
ओवैसी ने कहा कि यूपी में कांग्रेस कहीं नजर नहीं आती. उन्होंने कहा, 'कांग्रेस कहां है. राहुल गांधी खुद हार गए. वायनाड जाना पड़ा. वहां इसलिए जीते क्योंकि अल्पसंख्यक हैं वहां.' जब ओवैसी से पूछा गया कि वो चुनाव में कितने सीट जीत सकते हैं? तो उन्होंने कहा कि 5 साल पहले जो हमारी स्थिति थी, उसकी तुलना में हम काफी मजबूत हुए हैं. गठबंधन को लेकर उन्होंने कहा कि सपा-बसपा आए तो हम बातचीत के लिए तैयार हैं.
राजनीति के अपराधिकरण पर क्या बोले?
यूपी चुनाव में बाहुबलियों का बोलबाला भी दिखाई पड़ता है. अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी दोनों इस वक्त चर्चा में हैं. जब इन्हें लेकर ओवैसी से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ' 47% बीजेपी विधायकों पर क्रिमिनल केस हैं. तो क्या संविधान के तहत अतीक अहमद चुनाव नहीं लड़ सकते. बिल्कुल लड़ सकते हैं, जब तक दोषी नहीं हो जाते. मुख्तार अंसारी से कोई बातचीत नहीं हुई. 2017 में बीएसपी ने उनको टिकट दिया. क्या तब नहीं मालूम था कि उनके ऊपर क्रिमिनल केस थे.' उन्होंने कहा कि जनता तय करेगी किसे वोट देना है नहीं देना है.