
UP Elections 2022: उत्तर प्रदेश में जब से समाजवादी पार्टी और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का गठबंधन हुआ है, तब से चाचा और भतीजे की दूरियां भी कम होने लगी हैं. मतलब दोनों दलों के मुखिया अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच 2 से 3 बार मुलाकात हो चुकी है, लेकिन मंगलवार को कुछ ऐसा हुआ जिसने यूपी चुनाव से पहले सियासी तापमान को बढ़ा दिया.
समाजवादी पार्टी से अलग होने के बाद करीब 5 साल बाद आज चाचा शिवपाल यादव अपने भतीजे अखिलेश यादव से मिलने समाजवादी पार्टी दफ्तर पहुंचे. जिस दफ्तर में शिवपाल ने न जाने कितने राजनीतिक उलटफेर किए हों, वहां पांच साल बाद उनका गुपचुप तरीके से पहुंचना बड़े मायने रखता है.
माना जा रहा है कि यूपी चुनाव से पहले परिवार एकजुटता के अलावा और भी कई सियासी संदेश दे रहा है. सपा कार्यालय में अखिलेश और शिवपाल के बीच करीब 40 मिनट तक बैठक चली, जिसमें यूपी चुनाव को लेकर और टिकट बंटवारे को लेकर चर्चा हुई.
शिवपाल यादव और उनके पुत्र आदित्य यादव दोनों सपा के टिकट और चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ेंगे. हालांकि, टिकट को लेकर फैसला शिवपाल ने अखिलेश पर छोड़ दिया है.
गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पार्टी में काफी झगड़ा हुआ था, जिसके बाद चाचा और भतीजे अलग हो गए थे और इसका खामियाजा दोनों को ही उठाना पड़ा था.
उधर, सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव के भाई अमन बिष्ट भी शिवपाल यादव से मिलने प्रसपा दफ्तर पहुंचे थे. दरअसल, अपर्णा के बीजेपी में शामिल होने की चर्चा है और वह बुधवार सुबह पार्टी का दामन थाम सकती हैं.