राजनीति में हमेशा जाति और धर्म का दबदबा रहा है. चुनाव में किसी पार्टी का टारगेट जाति होती है तो किसी का धर्म. ये मुद्दे हमेशा ही चुनाव से पहले उठने लगते हैं. इस बीच अगर बात योगी आदित्यनाथ की करें तो उन पर विरोधियों का आरोप है कि अगड़ी जातियों में सीएम योगी राजपूतों के लिए ज्यादा काम करते हैं और ब्राह्मणों के लिए नहीं. लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या वोटर भी ऐसा ही सोचते हैं? क्या उनके मन में भी यही मनभेद है? इस रिपोर्ट में देखें कि आखिर क्यों हैं योगी पर ब्राह्मणों की अनदेखी के आरोप और उत्तर प्रदेश में गैंगस्टर विकास दुबे के गांव बिकरू के लोग किसे देंगे वोट.
Opponents allege that for the upper castes, CM Yogi worked more for rajputs and not for Brahmins. Watch this video to know what is Brahmins take on this, whom they are going to vote in this assembly election.