
सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव द्वारा बुधवार को विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों की सूची जारी करने के बाद सीएम अखिलेश यादव ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि जिन लोगो के टिकट कटे हैं उस पर वो राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह से चर्चा करेंगे.
सीएम अखिलेश बुधवार को झांसी में थे, इस दौरान लखनऊ में प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की गई, जिसमें कई ऐसे प्रत्याशियों के टिकट काटे गए हैं, जिनको अखिलेश टिकट देना चाहते थे. अखिलेश से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मेरी जानकारी में नहीं है कि लिस्ट में क्या है. मैं समझता था कि जो जीत सकते हैं उनको मौका दिया जाए, उन्होंने कहा कि मैंने भी एक सूची राष्ट्रीय अध्यक्ष जी को दी थी. उन्होंने कहा कि अभी नई सूची आई है कुछ ऐसे नाम है जिनकी टिकट कटी है. मैं फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष से कहूंगा कि ऐसे लोग जिन्होंने काम अच्छा किया है जो अपने क्षेत्र में जीत सकते है उन पर विचार किया जाए. इस दौरान अखिलेश ने झांसी के जीआईसी मैदान में लाभ्यार्थियों को लैपटॉप और कन्या विद्याधन भी वितरित किया.
पार्टी प्रमुख ने कहा कि सभी उम्मीदवारों को सोच-समझकर चुना गया है. हालांकि, जिन उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है, उसमें शिवपाल का प्रभुत्व ज्यादा नजर आता है. शिवपाल के चहेतों की इस लिस्ट में भरमार है. अयोध्या से अखिलेश कैबिनेट में मंत्री और उनके करीबी पवन पांडे को टिकट नहीं मिला है. वो आशू मलिक को धक्का देने के लिए खबरों में रहे थे. बेनी प्रसाद वर्मा के बेटे राकेश वर्मा को बाराबंकी से टिकट मिला है. अरविंद सिंह को भी नहीं मिला टिकट, ये बाराबंकी से एमएलए हैं. अखिलेश के भी करीबी हैं. ओम प्रकाश सिंह और शादाब फातिमा, जिनको अखिलेश ने मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया था, दोनों को टिकट मिला है. रामगोविंद चौधरी मंत्री बलिया को टिकट नहीं मिला. अरुण वर्मा एमएलए सुल्तानपुर को टिकट नहीं मिला. ये अखिलेश के चहेते थे. पार्टी सुप्रीमो ने कहा कि सबने अपने-अपने हिसाब से लिस्ट भेजी है. जितना संभव हो सका है, मैंने एडजस्ट करने की कोशिश की है, लेकिन फाइनल सूची मेरी पसंद की है.