
यूपी चुनाव में अगुवाई के लिए प्रदेश के किसी चेहरे की कमी बीजेपी को खल सकती है. अब समाजवादी पार्टी और कांग्रेस इस मसले को भुनाने के लिए कमर कसते दिख रहे हैं.
स्लोगन की सियासत
दोनों पार्टियों ने प्रचार की साझा रणनीति के तहत 'अपने लड़के बनाम बाहरी मोदी' का स्लोगन तैयार किया है. सूत्रों के मुताबिक स्लोगन कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के दिमाग की उपज है.
स्लोगन की थीम से साफ है कि गठबंधन के निशाने पर मोदी ही रहने जा रहे हैं. पार्टी की कोशिश वोटरों को ये यकीन दिलाने की होगी कि अखिलेश यादव और राहुल गांधी यूपी के ही रहने वाले हैं जबकि मोदी बाहर से थोपे गए नेता हैं.
आलाकमान की हरी झंडी
सूत्रों के मुताबिक समाजवादी पार्टी की लीडरशिप और कांग्रेस की ओर से राहुल और प्रियंका गांधी ने इस स्लोगन को हरी झंडी दे दी है. ऐसे खबरे हैं कि प्रचार की इस लाइन को और असरदार बनाने के लिए राहुल और अखिलेश यादव संयुक्त रैलियों को संबोधित कर सकते हैं.
बिहार चुनावों से सीख?
बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार की अगुवाई वाले महागठबंधन ने भी इसी तर्ज पर 'बिहारी बनाम बाहरी' का नारा उछालकर मोदी पर निशाना साधा था. यूपी की तरह बिहार में भी बीजेपी ने सीएम उम्मीदवार को एलान नहीं किया था.