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कानपुर में मोदी ने पूछा- कहां गए राजीव गांधी के वो मोबाइल?

मोदी ने कानपुर इस मुद्दे पर कांग्रेस को घेरने की पूरी कोशिश की. मोदी ने कहा कि पहले कांग्रेस वाले ढोल पीटा करते थे कि राजीव गांधी ने कंप्यूटर क्रांति के माध्यम से घर घर में कंप्यूटर और हर हाथ में मोबाइल पहुंचा दिया

मोदी का कांग्रेस पर हमला मोदी का कांग्रेस पर हमला
बालकृष्ण
  • कानपुर,
  • 20 दिसंबर 2016,
  • अपडेटेड 5:26 PM IST

गुटबंदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक ऐसा दांव है जो कर चल गया तो यूपी समेत सभी चुनावी राज्यों में बीजेपी की बल्ले बल्ले हो सकती है. लेकिन अगर लोगों के सब्र का बांध टूटा और यह गांव का उल्टा पड़ गया तो बीजेपी को कम से कम यूपी में यह जरूर लगेगा कि वह सत्ता पाते पाते चूक गई.

इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जब सोमवार को कानपुर में रैली हुई तो करीब घंटे भर के भाषण में ज्यादातर हिस्सा उन्होंने नोट बंदी को ही समर्पित किया. प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी पहली बार कानपुर आए थे. मोदी को यह देख कर तसल्ली जरुर हुई होगी कि विपक्ष की नोट बंदी के खिलाफ मुहिम के बाद भी कानपुर का रेलवे ग्राउंड खचाखच भरा हुआ था.

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कांग्रेस वाले पीटते थे ढोल

मोदी ने कानपुर इस मुद्दे पर कांग्रेस को घेरने की पूरी कोशिश की. मोदी ने कहा कि पहले कांग्रेस वाले ढोल पीटा करते थे कि राजीव गांधी ने कंप्यूटर क्रांति के माध्यम से घर घर में कंप्यूटर और हर हाथ में मोबाइल पहुंचा दिया. लेकिन जब वह मोबाइल को बैंक में तब्दील करने की बात करते हैं तो वहीं कांग्रेस के लोग कहते हैं की गरीबों के पास दो मोबाइल है ही नहीं. लोगों की तालियों के बीच मोदी ने सवाल पूछा कि अब कांग्रेस वाले बताएं कि वह लोगों को गुमराह क्यों करते रहे.

मोदी ने कहा कि पहले उनके विरोधी यह कहते हैं कि गरीबों के पास बैंक अकाउंट है ही नहीं और फिर यह भी कहते हैं कि गरीबों को बैंक से पैसे नहीं मिल रहे हैं. आखिर यह दोनों बातें सच कैसे हो सकती हैं. कानपुर में मोदी ने विस्तार से लोगों को बताया की सरकार डिजिटल पेमेंट करने वालों के लिए इनाम और लॉटरी की व्यवस्था कर रही है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसे इस्तेमाल करना शुरु करें.

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मोदी ने लोगों को को बताया कि ऑल पार्टी मीटिंग में उन्होंने राजनीतिक दलों को चंदा दिए जाने के बारे में अपने विचार रखे थे और कहा था कि सारी पार्टियां देश हित में जो भी फैसला करती हैं उनकी सरकार लागू करने को तैयार है. अरविंद केजरीवाल समेत विपक्ष के तमाम नेता यह मांग कर रहे हैं कि राजनीतिक दलों को भी जो चंदा दिया जाता है उसमें हर चंदे का हिसाब किताब रखा जाए और उसे भी बैंक अकाउंट के जरिए ही दिया जाए. कानपुर में रैली के बाद नरेंद्र मोदी 22 दिसंबर को अपने चुनाव क्षेत्र बनारस में होंगे.

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