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योगी आदित्यनाथ ने रविवार को उत्तर प्रदेश के 21वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली. अपनी हिंदुत्व छवि के कारण जाने जाने वाले योगी दैनिक जीवन में भी नियम-कायदों से चलते हैं. आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर के महंत हैं. और इस कारण भी वे नियमों से बाहर जाकर कुछ नहीं करते. सुबह से लेकर रात तक उनकी दिनचर्या तय होती है और वे उसी के मुताबिक काम करते हैं. यहां पढ़ें योगी की पूरी दिनचर्या...
4. योगी नहीं खाते दोपहर में खाना
आदित्यनाथ दोपहर का खाना नहीं खाते. दिन के समय वो जनता की समस्याएं सुनते हैं और उसके बाद रात को ही खाना खाते हैं. आदित्यनाथ रात में चार रोटी और दाल खाते हैं. इसके साथ ही रात के खाने
में सब्जी और खीर भी शामिल होती है. इसके बाद वो कुछ देर अध्ययन करने के
बाद सो जाते हैं.
5. गौशाला में भी बिताते हैं वक्त
गोरखनाथ मंदिर प्रांगण में एक बड़ी से गौशाला है. यहां सैकड़ों गाय हैं. बताया जाता है कि जब भी वे गोरखपुर में होते हैं तो दिन में एक-दो बार गौशाला जरूर जाते हैं. गायों को अपने हाथ से चारा खिलाते हैं. बछड़ों की सेवा करते हैं.
6. कब और कैसे बने गोरखनाथ मंदिर के महंत?
योगी आदित्यनाथ का असली नाम अजय सिंह बिष्ट है. उनका जन्म 5 जून
1972 को पंचेर गांव, पौड़ी गड़वाल उत्तराखंड में हुआ था. बाद में उन्होंने
अपना घर छोड़ दिया और अयोध्या राम मंदिर मूवमेंट जॉइन किया और 21 साल की
उम्र में ही गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवैद्य नाथ जी महाराज के शिष्य बन गए.
महंत अवैद्य नाथ ने ही उन्हें योगी आदित्यनाथ नाम दिया. बाद में साल 1994
में 15 फरवरी को योगी आदित्यनाथ को गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवैद्य नाथ जी
महाराज द्वारा योगी आदित्यनाथ का दीक्षाभिषेक संपन्न हुआ.
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