Advertisement

उत्तराखंड कांग्रेस में डैमेज कंट्रोल के लिए राहुल करेंगे बैठक, हरीश रावत भी होंगे शामिल

हरीश रावत ने आरोप लगाया था कि चुनाव रूपी समुद्र को पार करना है और पार्टी उनसे हाथ-पैर बांधकर तैरने को कह रही है. उत्तराखंड कांग्रेस में मचे सियासी घमासान को लेकर हरीश रावत ने नेताओं पर गुटबाजी का आरोप लगाया था.

राहुल गांधी और हरीश रावत राहुल गांधी और हरीश रावत
मौसमी सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 23 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 5:25 PM IST
  • उत्तराखंड कांग्रेस में कलह के बाद हरीश रावत को मनाने की कोशिश
  • शुक्रवार को राहुल गांधी करेंगे अहम बैठक, हरीश रावत भी होंगे शामिल

उत्तराखंड कांग्रेस में चुनाव से ठीक पहले शुरू हुए कलह को खत्म करने के लिए राहुल गांधी शुक्रवार को वहां के नेताओं से मुलाकात करेंगे. बता दें कि बुधवार को उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर पार्टी से नाराजगी जताई थी.

हरीश रावत ने आरोप लगाया था कि चुनाव रूपी समुद्र को पार करना है और पार्टी हाथ-पैर बांधकर उनसे तैरने को कह रही है. उत्तराखंड कांग्रेस में मचे सियासी घमासान को लेकर हरीश रावत ने नेताओं पर गुटबाजी का आरोप लगाया था. रावत ने आगामी 5 जनवरी को अपने सियासी भविष्य को लेकर कोई बड़ा फैसला लेने के भी संकेत दिए हैं.

Advertisement

चुनाव से पहले उठे इसी बवंडर को खत्म करने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी हरीश रावत , प्रीतम सिंह,  गणेश गोदियाल , यशपाल आर्य और अन्य नेताओं के साथ अहम बैठक करेंगे. बता दें कि हरीश रावत और प्रीतम सिंह को कांग्रेस आलाकमान ने दिल्ली तलब भी किया है.

इस बैठक में उत्तराखंड कांग्रेस के इंचार्ज देवेंद्र यादव भी  मौजूद रहेंगे. जानकारी के मुताबिक पार्टी नेता हरीश रावत को मनाने की कोशिश कर रहे हैं. रिपोर्ट के अनुसार हरीश रावत टिकट बंटवारे और सीएम पद के तौर पर चेहरा घोषित नहीं किए जाने को लेकर नाराज हैं.

हरीश रावत के करीबियों का कहना है वो टिकट बंटवारे को लेकर नाराज हैं जबकि दूसरा गुट उनपर खुद को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करवाने के लिए प्रेशर पॉलिटिक्स करने का आरोप लगा रहा है.

Advertisement

बता दें कि उत्तराखंड में काफी वरिष्ठ होने के बाद भी कांग्रेस की सत्ता आने पर हरीश रावत साल 2002 में एनडी तिवारी और 2012 में विजय बहुगुणा से मुख्यमंत्री पद की बाजी हार गए थे. कांग्रेस को बहुमत मिलने के बाद भी वो सीएम नहीं बन पाए थे.

रावत खेमे के सूत्रों के मुताबिक हरीश रावत का कहना है कि सीएम उम्मीदवार पार्टी आलाकमान अपने हिसाब से तय करे लेकिन चुनाव से पहले चेहरा सामने होने पर पार्टी को फायदा मिलेगा.

वहीं कांग्रेस के सामने चुनौती ये है कि अगर किसी एक को सीएम उम्मीदवार घोषित कर दिया जाता है तो पार्टी में गुटबाजी शुरू हो जाएगी. बाकी नेता सक्रियता के साथ काम नहीं करेंगे. शुक्रवार को आयोजित होने वाली मीटिंग में इन्हीं मुद्दों पर राहुल गांधी मंत्रणा करेंगे.

ये भी पढ़ें:

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement