कहते हैं राजनीति में उम्र की सीमा नहीं होती. 60 की उम्र पार करने वाले भी ना सिर्फ खुद को युवा मानते हैं बल्कि युवाओं का प्रतिनिधित्व करने का दावा भी करते हैं. बदलते वक्त के साथ राजनीति में युवाओं का कद बढ़ने लगा है. नए जोश और नई सोच की जरूरत हर राजनीतिक दल को है यही वजह है कि दिल्ली के दंगल में भी तीनों पार्टियों ने युवा चेहरों पर दांव खेला है.