महाराष्ट्र की सांगली पहले मिरज सीट कहलाती थी लेकिन 1967 में इसका नाम सांगली लोकसभा सीट हो गया था. संभवत: सबसे लंबे समय तक यहां कांग्रेस ने लगातार शासन किया. 1962 से 2014 के बीच 52 सालों तक लगातार कांग्रेस का शासन रहा. यहां तक की आपातकाल के बाद जब कांग्रेस अपने बुरे दिनों में थी, तब भी यहां कांग्रेस का सांसद बना. कांग्रेस के तिलिस्म को मोदी लहर ने 2014 में तोड़ा जब एक कांग्रेसी संजयकाका पाटील को यहां से बीजेपी से टिकट मिला. संजय पाटील को करीब ढाई लाख वोटों से जीत मिली.