
भोजपुरी अभिनेत्री आकांक्षा दुबे की संदिग्ध मौत मामले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर दाखिल याचिका पर सोमवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. हाईकोर्ट ने सीबीआई और यूपी सरकार से जवाब मांगा है. जवाब दाखिल करने के लिए तीन हफ्ते का समय दिया है. आकांक्षा दुबे के परिजनों को सीबीआई और यूपी सरकार के जवाब पर अपना हलफनामा दाखिल करने के लिए दो हफ्ते का अलग वक्त दिया है. हाईकोर्ट में इस मामले की सुनवाई अब 5 हफ्ते बाद होगी.
गौरतलब है कि अभिनेत्री आकांक्षा की मां मधु दुबे की ओर से याचिका दाखिल की गई है. इसमें हत्या के पहले रेप की आशंका जताई गई है. संदिग्ध परिस्थितियों में आकांक्षा वाराणसी के एक होटल में मृत पाई गई थी. याचिका में कहा गया है कि आकांक्षा की मौत जिन परिस्थितियों में हुई, वह निश्चित तौर पर संदेहास्पद है.
समर सिंह और संजय सिंह के खिलाफ दर्ज कराई थी FIR
आकांक्षा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट और एफएसएल वाराणसी की रिपोर्ट भी इस ओर इशारा कर रही है. याचिका में पुलिस की कार्यशैली को अविश्वसनीय बताया गया है. याचिका में कहा गया है कि कुछ महत्वपूर्ण सबूतों को दबाने और आरोपियों को बचाने की भी कोशिश हो रही है.
आकांक्षा की मां मधु दुबे ने दर्ज कराई गई एफआईआर
याचिका के जरिए अभिनेत्री आकांक्षा दुबे की मौत की सीबीआई जांच की मांग की गई है. आकांक्षा की संदिग्ध मौत के बाद उनकी मां मधु दुबे की ओर से एफआईआर दर्ज कराई गई थी, जिसमें भोजपुरी गायक समर सिंह और संजय सिंह के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराई गई थी. पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने सहित अन्य धाराओं में चार्जशीट दाखिल की है.
26 मार्च को होटल में मिला था आकांक्षा दुबे का शव
बता दें कि वाराणसी के सारनाथ इलाके के सौमेंद्र होटल में 26 मार्च को आकांक्षा दुबे का शव संदिग्ध हालत में मिला था. अधिवक्ता सौरभ तिवारी ने अभिनेत्री आकांक्षा दुबे के परिवार वालों की तरफ से कोर्ट में पक्ष रखा है. जस्टिस अंजनी कुमार मिश्रा और जस्टिस विवेक कुमार सिंह की डिवीजन बेंच में मामले की सुनवाई हुई है.