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मनोज तिवारी के घर पर छिप कर रहे, मां को दी गई गाली, मुश्किल दिनों को याद कर इमोशनल हुए खेसारी लाल यादव

एक इंटरव्यू के दौरान खेसारी लाल ने अपनी लाइफ के संघर्ष भरे लम्हों का जिक्र किया. वो बताते हैं कि उनका जन्म एक बेहद गरीब फैमिली में हुआ था. गुजारा करने के लिए उन्होंने दूध बेचा, चारा काटा, लिट्टी-चोखा का ठेला भी लगाया. यही नहीं, एक समय था जब खेसारी लाल की मां को गाली दी गई थी.

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aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 08 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 11:14 AM IST

खेसारी लाल यादव, भोजपुरी सिनेमा का वो स्टार जिन्हें आज परिचय की जरूरत नहीं है. खेसारी लाल जिस भी म्यूजिक वीडियो और फिल्म में होते हैं, उसके हिट होने की पूरी गारंटी होती है. आज खेसारी लाल के पास शोहरत और दौलत दोनों है. पर एक समय था जब खेसारी लाल पाई-पाई के लिए संघर्ष कर रहे थे. इस दौरान ना सिर्फ उन्होंने काम के लिए धक्के खाए, बल्कि उनकी मां को गाली भी दी गई. 

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खेसारी लाल की मां को मिली गाली 
एक इंटरव्यू के दौरान खेसारी लाल ने अपनी लाइफ के संघर्ष भरे लम्हों का जिक्र किया. वो बताते हैं कि उनका जन्म एक बेहद गरीब फैमिली में हुआ था. गुजारा करने के लिए उन्होंने दूध बेचा, चारा काटा, यहां तक कि लिट्टी-चोखा का ठेला भी लगाया. खेसारी बताते हैं कि वो करियर बनाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे थे. तभी उनकी शादी हुई और बेटी के जन्म के बाद उनकी किस्मत ने नया मोड़ लिया. 

भोजपुरी स्टार बताते हैं, 'मेरी पहली कैसेट रातोंरात हिट हुई थी. मैं उसमें लड़की बन कर नाचा था. वो कैसेट इतना पॉपुलर हुआ कि जिस डीलर ने कभी मेरे मुंह पर कैसेट मारा था और मेरी मां को गाली दिया. वही डीलर मुझसे मेरा कैसेट लेने के लिए गिड़गिड़ा रहा था. पर मेरे प्रोड्यूसर ने कहा कि नहीं हम उन्हें कैसेट नहीं देंगे. उसे कैसेट ना देकर दूसरे डीलर को कैसेट दिया. मेरा वो वीडियो देखने के बाद मुझे कई प्रोड्यूसर काम के लिए फोन करने लगे.'

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मनोज तिवारी के घर में गुजारे दिन 
खेसारी लाल यादव बताते हैं कि 'मैं जब दिल्ली आया, तो मनोज भईया के बंगले में रहा करता था. मेरे विकास भईया ने मुझे वहां रखा था. वो उनके मैनेजर हुआ करते थे.' खेसारी लाल यादव कहते हैं, 'विकास भईया ने मुझे एक महीने तक मनोज तिवारी के बंगले पर छिपा कर रखा. क्योंकि विकास भईया भी मनोज तिवारी के लिए काम करते थे. वो उनका खुद का घर नहीं था. इसलिए उन्होंने मनोज तिवारी को बिना बताए मुझे बंगले में रखा.'

इसके बाद मैंने प्रोड्यूसर-डायरेक्टर से मिलना शुरू किया. खेसारी लाल अपने कठिन दिनों पर बात करते हुए थोड़े इमोशनल भी हो गए. पर कहते हैं ना कि मेहनत करने वालों की ही जीत होती है. खेसारी लाल ने बुरे दिन देखे, मेहनत की और आज दुनिया उनके काम से वाकिफ है. 

 

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