
बिग बॉस हाउस में कंटेस्टेंट के बीच घमासान शुरू हो चुका है. शो में आगे रहने के लिए हर कंटेस्टेंट साम, दाम, दंड, भेद अपनाता दिख रहा है. अब तक के शो के हिसाब शिव घर के मास्टरमाइंड साबित हो रहे हैं. शिव हर टास्क में चाणक्य की तरह दिमाग लगाते हैं और सबका गेम पलट देते हैं. प्रियंका चौधरी शिव का दिमाग समझ चुकी हैं और उनके गेम को पलटने की प्लानिंग बना रही हैं. जानते हैं कि प्रियंका अपने प्लान में सक्सेस होती हैं या नहीं.
प्रियंका पलट पाएंगी शिव का गेम
प्रियंका चौधरी और शिव ठाकरे दोनों ही बिग बॉस 16 मजबूत कंटेस्टेंट्स माने जा रहे हैं. समय-समय पर दोनों ही कंटेस्टेंट इस बात को साबित भी करते आये हैं. जैसे कि रेल टास्क को ही ले लीजिये. रेल टास्क साजिद खान, एमसी स्टैन, साजिद खान और अब्दू रोजिक के लिये था. पर टास्क शिव के हिसाब से हुआ. शिव ने जैसा ज्ञान दिया साजिद, अब्दू और एमसी स्टैन ने वैसा ही किया.
प्रियंका को शिव की चाल समझ आई और वो इस बात को अंकित गुप्ता से शेयर करती दिखीं. प्रियंका, अंकित से शिव के बारे में बात करते हुए कहती हैं, ये इसका ही सारा गेम है. अभी सब साथ-साथ चलते हैं. बाद में तो अपना-अपना है ही. यही नहीं, प्रियंका, अंकित को सलाह देती हैं कि अभी तुम शिव की टीम में रहो. यकीन दिलाओ कि तुम उनके साथ और फिर इसका गेम पलटते हैं. प्रोमो देख कर पता चल रहा है कि प्रियंका को यकीन है कि वो शिव का प्लान फ्लॉप कर देंगी. पर असल में ऐसा होगा नहीं. ये भी समझते हैं कि क्यों.
प्रियंका पर भारी पड़ेगा शिव का गेम
शो में शिव ठाकरे और प्रियंका चौधरी एक-दूसरे को कड़ी टक्कर देते देखे जाते हैं. शिव का गेम समझने के बाद अब प्रियंका ने उन्हें हराने की प्लानिंग कर ली है. पर लगता नहीं है कि वो अपने मकसद में कामयाब होंगी. ऐसा इसलिये, क्योंकि शिव ने अपनी टीम को एकता का मतलब समझा दिया है. शिव ने अब्दू, साजिद खान, एमसीस्टैन और गोरी नागौरी को क्लीयर कर दिया कि वो एक यूनिट हैं. अपने ग्रुप के अलावा उन्हें किसी दूसरे पर भरोसा नहीं करना है. इसलिये प्रियंका के कहने पर अंकित शिव की टीम में शामिल होने की कोशिश कर सकते हैं. पर इस कोशिश में वो सफल होंगे, ऐसा मुमकिन सा नहीं लगता.
यही नहीं, शिव ठाकरे हमेशा लोगों की उम्मीदों से हटकर काम करते दिखते हैं. अगर आपने बुधवार का एपिसोड देखा है, तो वो सीन याद करिये, जब अर्चना ने कहा था कि शिव सुम्बुल के आने पर घंटी नहीं बजायेगा. पर शिव ने घंटी बजाई और साबित किया कि जहां पर लोगों की सोच खत्म होती है. शिव वहां से सोचना शुरू करते हैं. अगर ये वाला सीन देखना मिस कर दिया है, तो वूट पर पूरा एपिसोड देख सकते हैं.
शिव की इन बातों से साबित होता है कि उन्हें हराने के लिये उनके जैसा बनकर सोचना पड़ेगा. आपको भी ऐसा लगता है क्या?