सुशांत सिंह राजपूत मामलें में आज तक ने बड़ा स्टिंग ऑपरेशन किया है. स्टिंग ऑपरेशन के जरिए कई ऐसे रहस्य खुल गए हैं जो अब जांच एजेंसी तक को भी मदद कर सकते हैं. सुशांत केस में दो एंबुलेस की थ्योरी लंबे समय से चल रही है. सवाल उठ रहे हैं कि ऐसा क्या हुआ था कि एक ही जगह दो-दो एंबुलेस को आना पड़ा.
आजतक ने एंबुलेंस मालिक विशाल का स्टिंग ऑपरेशन किया है. विशाल ने बताया है कि 14 जून को घटना वाले स्थल पर दो एंबुलेंस गई थीं. उनके मुताबिक जो एंबुलेंस पहले गई थी, उस में स्ट्रेचर खराब था,इसलिए जल्दी दूसरी एंबुलेंस भेजी गई.
विशाल ने ये भी माना कि इसी वजह से घटना स्थल पर ज्यादा समय लग गया था. वो कहते हैं- मैं जानता हूं जब एक ही जगह पर दो-दो एंबुलेंस पहुच जाएंगी, तो सवाल तो उठेंगी ही.
लेकिन हैरानी की बात ये है कि सुशांत के दोस्त संदीप ने लगातार दावा किया था कि उसने खुद एंबुलेंस के ड्राइवर को पैसे दिए थे. अब स्टिंग ऑपरेशन में विशाल ने बताया है कि उसको पैसे सुशांत के मैनेजर सैम्युल मिरांडा ने दिए थे. मतलब संदीप ने जो बताया वो झूठ था.
सिर्फ यही नहीं विशाल ने ये भी बताया कि उसे पूरे 8100 रुपये दिए गए थे. सैम्युल ने उसे ये पेयमेंट की थी. विशाल ने स्टिंग ऑपरेशन में संदीप का नाम नहीं लिया है.
अब स्टिंग ऑपरेशन के जरिए आज तक ने उस शख्स को भी ढूंढ लिया है. उस शख्स का नाम अश्वाक है. उसके हाथ में जो काले रंग का बैग वो एक रैक्सीन है. रैक्सीन के जरिए ही मृतक की लाश को उठाने में मदद मिलती है. अश्वाक खुद बता रहा है कि उसने उस रैक्सीन का कैसे इस्तेमाल किया था.