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शाहरुख ने बताया था इंडियन फिल्मों को क्यों नहीं मिलता ऑस्कर, आमिर बोले- मैं नहीं हूं सहमत

देश के सिनेमा फैन्स अक्सर इस सवाल पर डिस्कशन करते रहे हैं कि इंडियन फिल्में ऑस्कर में इतना स्ट्रगल क्यों करती हैं. एक पुराने इंटरव्यू में सुपरस्टार शाहरुख खान ने इस सवाल पर एक राय दी थी, लेकिन अब आमिर ने कहा है कि वो इस राय से सहमति नहीं रखते.

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aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 08 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 9:00 AM IST

सुपरस्टार आमिर खान की 'लगान' वो लास्ट फिल्म है जिसे ऑस्कर्स में 'बेस्ट इंटरनेशनल फीचर' कैटेगरी में नॉमिनेशन मिला था. इसके बाद से भारत की तरफ से ऑफिशियली ऑस्कर अवॉर्ड्स में भेजी गईं फिल्में, नॉमिनेशन नहीं पा सकी हैं. आजकल आमिर अपनी प्रोड्यूस की हुई 'लापता लेडीज' को प्रमोट कर रहे हैं, जिसे अगले ऑस्कर अवॉर्ड्स के लिए भारत की तरफ से ऑफिशियल एंट्री बनाया गया है. 

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'लापता लेडीज' को आमिर की एक्स वाइफ किरण राव ने डायरेक्ट किया है. देश के सिनेमा फैन्स अक्सर ये सवाल पर डिस्कशन करते रहे हैं कि इंडियन फिल्में ऑस्कर में इतना स्ट्रगल क्यों करती हैं. एक पुराने इंटरव्यू में सुपरस्टार शाहरुख खान ने इस सवाल पर एक राय दी थी, लेकिन अब आमिर ने कहा है कि वो इस राय से सहमति नहीं रखते.

शाहरुख ने इंडिया के ऑस्कर स्ट्रगल पर क्या कहा था?
एक पुरानी बातचीत में शाहरुख ने कहा था, ''लगान' एक साथ एक आर्ट फिल्म और कमर्शियल फिल्म का कॉम्बिनेशन थी. और ये एक बेहतरीन तरीके से बनाई गई फिल्म थी. लेकिन हमें अपनी फिल्मों का फॉर्मेट बदलना पड़ेगा. अगर मुझे आपकी पार्टी में बुलाया गया है, तो मुझे उस तरह तैयार होना पड़ेगा जैसे आपने मुझे कोड बताया है. मैं अपना ढाई घंटे (फिल्म का रन टाइम) और पांच गानों वाला कोड नहीं चला सकता. हमें ये बदलना पड़ेगा.' 

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शाहरुख से असहमत हैं आमिर 
अब आमिर ने कहा है कि वो शाहरुख की बात से सहमत नहीं हैं. बीबीसी के एशियन नेटवर्क के साथ बातचीत में आमिर ने कहा, 'नहीं, मैं सहमत नहीं हूं. मैं नहीं मानता. क्योंकि 'लगान' 3 घंटे 42 मिनट की फिल्म थी और उसमें 6 गाने थे. पर उसे नॉमिनेशन मिला था. नॉमिनेट होने के लिए मेम्बर्स को आपकी फिल्म पसंद होना चाहिए. 'लगान' ने साबित किया था कि एक फिल्म जिसमें गाने हैं, जो बहुत लंबी भी है, उससे एकेडमी मेंबर्स को कोई समस्या नहीं है. मेरे हिसाब से, ये इस बात पर निर्भर करता है कि आपका काम कितना अच्छा है और आप लोगों का दिल कितना छू पाते हैं. मेंबर्स भी आखिरकार इंसान ही हैं.' 

आमिर ने आगे कहा कि 'बेस्ट इंटरनेशनल फीचर' की कैटेगरी ऑस्कर्स की सबसे मुश्किल कैटेगरी है. क्योंकि जब आप 'बेस्ट फिल्म' के लिए कॉम्पिटीशन में उतरते हैं तो उसमें लिमिटेड फिल्में होती हैं. मगर इस कैटेगरी में हर देश की बेस्ट फिल्म रेस का हिस्सा होती है. उन्होंने आगे कहा, 'इंडिया में हम साल में 1000 फिल्में बनाते हैं. इंडिया में सेलेक्ट होने के लिए आपको पहले 1000 फिल्मों को पछाड़ना है. फिर आप उस मैदान में पहुंचते हैं जहां 80 और फिल्में हैं. इंडिया को हर साल नॉमिनेशन इसलिए नहीं मिलता है क्योंकि वहां ईरान, जर्मनी, फ्रांस और दुनिया भर की फिल्में आती हैं.'

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आमिर की बात करें तो वो अब 'सितारे जमीं पर' में नजर आएंगे. पहले ये फिल्म इसी महीने रिलीज होने वाली थी. मगर हाल ही में एक इंटरव्यू में आमिर ने कन्फर्म किया है कि उनकी ये फिल्म अब अगले साल की शुरुआत में आएगी. 

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