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'मुझे भी कोविड वैक्सीन लेने के बाद महसूस होने लगी थी थकावट', बोले एक्टर Shreyas Talpade

बॉलीवुड एक्टर श्रेयस तलपड़े ने एक लेटेस्ट इंटरव्यू में अपने हार्ट अटैक पर बात की है. एक्टर ने ये भी दावा किया है कि वैक्सीन लगाने के बाद से उन्हें थकावट महसूस होने लगी थी. वो इसपर रिसर्च करना चाहते हैं.

 श्रेयस तलपड़े श्रेयस तलपड़े
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 05 मई 2024,
  • अपडेटेड 8:50 AM IST

बॉलीवुड के टैलेंटेड एक्टर श्रेयस तलपड़े के लिए पिछले साल दिसंबर का महीना काफी मुश्किल भरा था. 14 दिसंबर 2023 को उन्हें अचानक बैचेनी महसूस हुई. हॉस्पिटल पहुंचे तो पता चला कि उन्हें हार्ट अटैक आया है. हार्ट अटैक के बाद एक्टर की एंजियोप्लास्टी की गई थी. हालांकि, अब वो बिल्कुल ठीक हैं. समय पर दवाइयां ले रहे हैं और सेहत का खास ख्याल रख रहे हैं. लेकिन एक्टर ने अब चौंकाने वाला दावा किया है. उनका कहना है कि उनके हार्ट अटैक का ताल्लुक COVID-19 वैक्सीन से है. 

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COVID-19 वैक्सीन पर क्या बोले श्रेयस?

एक लेटेस्ट इंटरव्यू में श्रेयस तलपड़े ने अपने हार्ट अटैक पर बात की है. इस दौरान उन्होंने एक शॉकिंग दावा किया. एक्टर ने कहा कि वो इस बात को नकार नहीं सकते कि COVID-19 वैक्सीन का उनके हार्ट अटैक से कोई लेना-देना नहीं है. 

Lehren Retro संग बातचीत में एक्टर ने कहा- मैं सिर्फ महीने में एक बार ही ड्रिंक करता हूं. तंबाकू नहीं लेता. हां, मेरा कोलेस्ट्रॉल का लेवल थोड़ा हाई था. लेकिन मुझे बताया गया था कि आज के टाइम वो नॉर्मल है. मैं उसके लिए मेडिकेशन ले रहा था और उससे वो कम हो गया था. एक्टर आगे बोले- मुझे डायबिटीज नहीं है, ब्लड प्रेशर की प्रॉब्लम नहीं है, तो फिर हार्ट अटैक आने का क्या कारण हो सकता है?

एक्टर ने आगे सवाल करते हुए कहा- अगर इतना ध्यान रखने के बाद ये हो सकता है तो फिर इसका कारण कुछ और ही है. मैं इस थ्योरी को नकारूंगा नहीं. COVID-19 वैक्सीन के बाद से ही मुझे कुछ थकावट महसूस होने लगी थी. इसमें कुछ तो सच्चाई है और हम इसे नकार नहीं सकते. हो सकता है कि यह कोविड या फिर वैक्सीन की वजह से हो, लेकिन हार्ट अटैक का आना इससे जुड़ा हुआ है. 

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वैक्सीन पर रिसर्च करना चाहते हैं श्रेयस

श्रेयस तलपड़े को जबसे अंदेशा हुआ कि उनके हार्ट अटैक का ताल्लुक कोविड वैक्सीन से जुड़ा है, तब से वो इस बारे में और ज्यादा रिसर्च करने को इच्छुक हैं. एक्टर ने कहा- यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, क्योंकि हम वाकई में नहीं जानते कि हमने अपनी बॉडी के अंदर क्या डाला है. हमने कंपनी पर भरोसा किया.

'कोविड-19 से पहले मैंने कभी इस तरह के इंसीडेंट्स के बारे में नहीं सुना था. मैं जानना चाहता हूं कि वैक्सीन ने हमारी बॉडी के साथ क्या किया है. मैं श्योर नहीं हूं कि ये कोविड की वजह से है या फिर वैक्सीन की वजह से. जब तक मेरे पास कोई ठोस सबूत नहीं है, तब तक कुछ भी कहना बेकार होगा. लेकिन मैं ये जानना चाहता हूं कि वैक्सीन ने हमारी बॉडी पर कैसे असर किया है.' 

हार्ट अटैक के बाद पत्नी ने कैसे बचाई थी जान?

श्रेयस तलपड़े ने बताया कि हार्ट अटैक से पहले वो थकान महसूस कर रहे थे, इसलिए उन्होंने अपना चेकअप कराया था और रिपोर्ट नॉर्मल आई थी. उसके बाद वो लगातार शूटिंग और ट्रैवल कर रहे थे और एक-दो महीने से उन्हें रेस्ट नहीं मिल पा रहा था. 

एक्टर बोले- मैं 'वेलकम टू द जंगल' के लिए शूटिंग कर रहा था. उस शाम का शॉट काफी हैक्टिक था, जो 8 से 10 मिनट तक चला था. शॉट के बाद मुझे डिस्कंफर्ट फील होने लगा था. मैं पंखे के पास गया फिर चेंज करके बेड पर लेट गया.

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श्रेयस ने बताया कि वो फिर कार में बैठकर घर चले गए. उन्होंने अपनी पत्नी को सारे प्लान्स कैंसिल करने को कहा, क्योंकि वो ठीक फील नहीं कर रहे थे. घर पर जब ब्लड प्रेशर चेक किया तो वो काफी हाई था. उन्होंने कॉल पर अपने डॉक्टर को बताया कि वो ठीक नहीं हैं. फिर पत्नी के जिद करने पर वो हॉस्पिटल गए. 

श्रेयस बोले- हम हॉस्पिटल जाने के लिए फिर से कार में बैठ गए और रास्ते में ही मुझे अटैक आ गया. हॉस्पिटल पहुंचने पर डॉक्टर्स ने मुझे CPR दिया. मुझे शॉक्स दिए गए. उन्होंने मुझे फिर से जीवित किया. कार्डियोलॉजिस्ट ने कहा कि दो ब्लॉक्स है, फिर उन्होंने एंजियोप्लास्टी की. 

हालांकि, अब घबराने की कोई बात नहीं है. श्रेयस तलपड़े की तबीयत अब ठीक है. वो अपने काम पर फोकस कर रहे हैं. वो जल्द ही 'वेलकम टू द जंगल' में दिखेंगे. उनकी कई फिल्में पाइपलाइन में भी हैं. 

कोविड वैक्सीन को लेकर लोगों में क्यों बढ़ रहा डर?

बता दें कि बीते दिनों कोविशील्ड बनाने वाली ब्रिटिश फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने कोर्ट में खुलासा किया है कि थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम के साथ थ्रोम्बोसिस (TTS) की समस्या कोविशील्ड वैक्सीन का साइड इफेक्ट हो सकती है. भारत में इसका निर्माण पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने किया था. कंपनी ने खुद माना है कि दुर्लभ मामलों में इसके दुष्प्रभाव हो सकते हैं. इसके बाद से ही लोगों के बीच डर का माहौल है. 

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