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Adipurush controversy: सैफ अली खान के खिलाफ शिकायत दर्ज, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप

आदिपुरुष विवाद: कहा जा रहा है कि फिल्म के ट्रेलर में भगवान राम, सीता, हनुमान जी और रावण का अशोभनीय चित्रण किया गया है. धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है. फिल्म के खिलाफ हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता दिल्ली हाईकोर्ट में वकील बरुण कुमार सिन्हा के माध्यम से जनहित याचिका दायर की.

सैफ अली खान सैफ अली खान
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 12 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 8:15 PM IST

फिल्म 'आदिपुरुष' को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. खबर आ रही है कि जौनपुर में न्यायिक मजिस्ट्रेट आशुतोष सिंह ने अधिवक्ता हिमांशु श्रीवास्तव की शिकायत पर फिल्म 'आदिपुरुष' के निर्माता ओम राउत, प्रभास, सैफ अली खान समेत पांच लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है. कोर्ट ने शिकायत के बयान के लिए 27 अक्टूबर तारीख मुकर्रर की है. कहा जा रहा है कि फिल्म के ट्रेलर में भगवान राम, सीता, हनुमान जी और रावण का अशोभनीय चित्रण किया गया है. धार्मिक भावनाओं को  ठेस पहुंचाई गई है. 

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'आदिपुरुष' को इसके वीएफएक्स और किरदारों के लुक को लेकर ट्रोल किया जा रहा है. सोशल मीडिया पर यूजर्स 'रावण' के लुक का खासकर मजाक उड़ा रहे हैं. कई लोगों का कहना यह भी है कि फिल्म में जिस तरह से वीएफएक्स दिखाया जाने वाला है, वह खराब नजर आएगा. हालांकि, फिल्म के निर्देशक ओम राउत ने सफाई पेश करते हुए कहा कि यह फिल्म बड़े पर्दे पर जबतक आप नहीं देखेंगे, आपकी सोच नहीं बदलेगी. 'आदिपुरुष' का जो टीजर 2 अक्टबूर को रिलीज हुआ था, उसमें भगवान राम के किरदार में प्रभास, रावण के रोल में सैफ अली खान और माता सीता की भूमिका में कृति सेनन की झलक दिखाई गई है.

'आदिपुरुष' फिल्म के खिलाफ हिंदू सेना की याचिका
'आदिपुरुष' फिल्म के खिलाफ हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता दिल्ली हाईकोर्ट में वकील बरुण कुमार सिन्हा के माध्यम से जनहित याचिका दायर की. हिंदू सेना की मांग है कि फिल्म में जो भी विवादित सीन है, उनको हटाया जाए और जब तक सीन न हटे, तब तक फिल्म सेंसर बोर्ड को आदेश दिया जाए कि वह फिल्म को सर्टिफिकेट  जारी न करे.

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अरुण गोविल ने किया रिएक्ट
'आदिपुरुष' के टीजर पर रामानंद सागर के किरदारों ने भी आपत्ति जताई है. 'रामायण' फेम अरुण गोविल ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा, 'बहुत वक्त से मेरे दिमाग में बहुत सी बातें चल रही थीं, जिन्हें आपसे शेयर करने का समय आ गया है. रामायण और महाभारत जैसे जितने भी ग्रंथ और शास्त्र हैं, ये हमारी सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर है. ये हमारी संस्कृति है, जड़ है. सारी मानव सभ्यता के लिये एक नींव सामान है. ना ही नींव को हिलाया जा सकता है और ना ही जड़ को बदला जा सकता है. नींव या जड़ के साथ किसी तरह का खिलवाड़ या छेड़छाड़ ठीक नहीं है. हमें शास्त्रों से संस्कार मिलते हैं, जीने का आधार मिलता है. ये धरोधर ही हमें जीने की कला सिखाती है. हमारी संस्कृति विश्व की सबसे प्राचीन संस्कृति है.'

अरुण गोविल आगे बात करते हुए कहते हैं कि 'जब ढाई साल पहले कोरोना आया, तो उसने हमारी धार्मिक मान्यताओं को मजबूत किया. कोरोना के दौरान जब रामायण का प्रसारण हुआ, तो उसने विश्व रिकॉर्ड बनाया. ये हमारी मान्यताओं और परंपरा का बहुत बड़ा संकेत है. 35 साल पहले बनी रामायण को हमारी युवा पीढ़ी ने पूरी श्रद्धा और आस्था से देखा.'

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अरुण गोविल ने फिल्म मेकर्स और राइटर्स पर बात करते हुए कहा कि 'आपको हमारी नीव, जड़ और धार्मिक संस्कृति से छेड़छाड़ करने का हक नहीं है.' इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि 'क्रिएटिविटी के नाम पर धर्म का मजाक ना बनायें.' वीडियो के अंत में अरुण गोविल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को, धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहरों को पहचान दिलाने के लिये शुक्रिया भी अदा किया.

'रामायण' के लक्ष्मण ने किया 'आदिपुरुष' के टीजर पर रिएक्ट
टीवी के एतिहासिक किरदार 'रामायण' के लक्ष्मण उर्फ सुनील लाहिड़ी ने फिल्म के टीजर पर रिएक्ट किया है. उनका कहना है कि बीते दिनों नवरात्र के सिलसिले में मैं, दीपिका और अरुण गोविल जी एक इवेंट में मिले थे. उसी दौरान ही मीडिया से लगातार कॉल्स आ रहे थे. लोग यही सवाल कर रहे हैं कि आदिपुरुष हमें कैसी लगी, उस वक्त तो टीजर नहीं देखा था. अब देख चुका हूं, तो जवाब दे सकता हूं. मैं यही कहूंगा कि टीजर के आधार पर किसी भी तरह का जजमेंट बनाना, सही नहीं होगा. उस टीजर को देखकर मैंने यही महसूस किया है कि हर मेकर्स की अपनी राय होती है, उनका अपना नजरिया होता है. क्योंकि हमारे पास राम की कोई तस्वीर तो है नहीं, हां अगर राम या रावण की कोई तस्वीर का रेफ्रेंस हमारे पास होता, तो शायद उसके आधार पर कुछ कहा जा सकता था. देखें राम के लुक पर कोई कॉपीराइट तो नहीं है, इसलिए एक्स्पेरिमेंट किया जा सकता है. राइटर के जेहन में जिस तरह की कहानी होती है, वह उसी के अनुरूप किरदार को ढालता है. रावण और राम को लेकर लोगों की अपनी धारणाएं रही हैं. 

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'आस्था व विश्वास के साथ खिलवाड़ न करें'
सुनील ने आगे कहा कि जाहिर सी बात है मेकर्स दूसरे को कॉपी नहीं करना चाहते हैं. अगर आदिपुरुष वालों को कॉपी ही करनी होगी तो दर्शक फिर उसमें नया क्या देखेंगे, क्योंकि रामायण के रूप में उनके पास पहले से एक ओरिजनल गाथा है. मैं कहना चाहूंगा कि मेकर्स को यह ध्यान रखने की जरूरत है कि वह किसी की भी आस्था व विश्वास के साथ खिलवाड़ न करें. कोई भी हमारे आइकॉनिक किरदारों के साथ खिलवाड़ करता है, वह जस्टिफाई तो नहीं होगा न. रामायण हमारे लिए इमोशन हैं, इसे देखकर कई लोग बहुत कुछ सीखते हैं. वहां लोगों के इमोशन का मजाक नहीं बनना चाहिए. 

सुनील ने कहा कि मैंने टीजर देखकर यही पाया है कि कुछ अलग बनाने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि उनके किरदार ने अभी तक ऐसा कुछ कहा या किया नहीं है कि उसमें आपत्त‍ि हो. बस उम्मीद यही है कि उनका प्रोजेक्शन सही हो. किसी तरह का एक्स्पेरिमेंट करने में कोई बुराई नहीं है लेकिन किरदार को लेकर धारणा जो बनी है, उसके साथ कोई मजाक नहीं हो. फिलहाल तो कोई कॉन्ट्रोवर्सी दिख नहीं रही है, जिसे लेकर ऑब्जेक्शन उठाया जाए. अभी तो बिना वजह पब्लिसिटी दी जा रही है.

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सीता ने किया 'आदिपुरुष' के टीजर का रिव्यू
दीपिका चिखलिया ने कहा, "मैंने आदिपुरुष का बिल्कुल टीजर देखा है. और मुझे लगता है कि रामायण की कहानी जो सच्चाई की कहानी है और सात्विक्ता की कहानी है. मुझे रामायण को VFX से जोड़ना सही नहीं लगा. यह मेरा पर्सनल टेक है. लोग बात कर रहे हैं कि किस तरह फिल्म में हनुमान जी ने लेदर पहना है और टीजर में मुझे इतना साफ कुछ नजर नहीं आया. अगर ऐसा है तो मुझे लगता है कि वाल्मिकी जी और तुलसी जी ने जिस सच्चाई के साथ कहानी ग्रंथ को लिखा है, उससे छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए. मुझे लगता है उसको हमें मेनटन करना चाहिए, क्योंकि यह हमारे देश की धरोहर है."

नीतीश भारद्वाज ने किया रिव्यू
'महाभारत' फेम नीतीश भारद्वाज ने भी 'आदिपुरुष' के टीजर का रिव्यू किया है. इन्होंने भगवान कृष्णा की भूमिका इस ऐतिहासिक सीरियल में निभाई थी. में नीतीश भारद्वाज ने कहा, "आदिपुरुष फिल्म का मैंने टीजर देखा. यह देखकर अच्छा लगा कि किस तरह फिल्ममेकर्स मॉडर्न तकनीक को यूज करते हुए फिल्म को एक अलग और अच्छा विजन दे रहे हैं. हमारे साधूओं ने 'रामायण' और 'महाभारत' को लिखा है, यह देखकर मुझे बहुत अच्छा महसूस होता है. टीजर मुझे पसंद आया है. उम्मीद करता हूं कि हमारी ऑडियन्स को भी यह फिल्म अच्छी लगेगी. ओम राउत को मैं बधाई देता हूं. इस फिल्म को देखने के लिए मैं उत्साहित हूं."

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रिपोर्टरः राज कुमार सिंह

 

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