
अदनान सामी ने 2016 में ही पाकिस्तान की सिटीजनशिप को छोड़ भारत की नागरिकता हासिल कर ली थी. कई लोगों ने उन पर इल्जाम लगाए कि उन्होंने ऐसा पैसों की वजह से किया है. पहली बार अदनान ने इस मुद्दे पर चुप्पी तोड़ी है. अदनान ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि लोग बिना सोचे समझे कुछ भी इल्जाम लगा देते हैं. मुझे ऐसा करने में 18 साल लगे हैं. ये आसान नहीं था.
अदनान का छलका दर्द
ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे को दिए इंटरव्यू में अदनान ने बताया कि सिर्फ भारत ही नहीं पाकिस्तान के भी कई लोगों ने मुझ पर ये इल्जाम लगाया है. लोगों का कहना है कि मैंने पैसों के लिए भारत की नागरिकता हासिल की है. मैं यहां ज्यादा पैसे कमा पाता हूं. अदनान इस बात पर बहुत आहत होते हैं. सिंगर ने कहा- एक्सक्यूज मी, क्या आपको जरा भी आइडिया है मेरा फैमिली बैकग्राउंड क्या है? क्या आपको जरा भी अंदाजा है कि पैसा कभी भी मेरी लाइफ का जरूरी फैक्टर नहीं रहा है? मेरे सिर पर भगवान का आशीर्वाद है कि मैं एक संपन्न परिवार में पैदा हुआ हूं. मेरे पास पैसों की कभी कमी नहीं रही है.
नाम का रह गया था पास्पोर्ट
अदनान ने कहा- अगर सिर्फ पैसों की ही बात होती तो मैंने वो सब नहीं छोड़ा होता, जो मैं वहां यानी पाकिस्तान में छोड़ कर आया हूं. एक बहुत बड़ी सम्पत्ति को मैंने वहां छोड़ दिया है. मुझे समझ नहीं आता कि लोगों को ये एक्सेप्ट करने में क्या दिक्कत है कि मुझे भारत अच्छा लगता है. मैं यहां घर जैसा फील करता हूं. जितना प्यार और सपोर्ट मुझे यहां मिलता है, वो मुझे कहीं और फील नहीं होता है. एक आर्टिस्ट के तौर पर मुझे यहां ज्यादा पसंद किया जाता है.
अदनान ने साथ ही कहा कि मैं समझता हूं कि पाकिस्तान को छोड़कर भारत की नागरिकता हासिल करना बड़ी बात है. ये दो देशों के बीच मसला बन जाता है. लेकिन इसे हासिल करने में मुझे 18 साल लगे हैं. मैं एक कलाकार हूं, मेरा राजनीति से कोई लेना देना नहीं है. मेरी एप्लिकेशन को दो बार रिजेक्ट किया गया था. जब तक ये सफल नहीं हो गया. तब तक मैंने किसी से कोई बात नहीं की. डेढ़ साल तक मैं किसी देश का नहीं रह गया था. मेरा पासपोर्ट सिर्फ एक डॉक्यूमेंट रह गया था, जिससे मैं कहीं ट्रैवल तक नहीं कर सकता था.