
सेल्फी के ट्रेलर लॉन्च के दौरान अक्षय कुमार, इमरान हाशमी समेत सभी स्टार्स पहुंचे थे. इस दौरान अक्षय ने मीडिया से इंटरैक्ट करते हुए कई मुद्दों पर बात की हैं. प्रेस को अड्रेस करते हुए अपनी फिल्म के बारे में अक्षय कहते हैं, 'यह फिल्म हर फैन और दुनिया के सभी सेलिब्रिटी को डेडिकेटेड है. मैं तो यही कहना चाहूंगा कि हम जो कुछ भी हैं, उन फैंस की वजह से हैं. आप नहीं हैं, तो हम कुछ भी नहीं हैं.'
अक्षय से जब पूछा गया कि उन्हें ऑटोग्राफ या सेल्फी क्या पसंद है. इसके जवाब में अक्षय कहते हैं, ऑटोग्राफ से बेहतर मुझे तो सेल्फी देना पसंद है. ऑटोग्राफ लिखते वक्त काफी समय चला जाता है, वहीं सेल्फी लेना ज्यादा बेहतर है. वैसे फैंस को भी सेल्फी पसंद है. पहले तो मुझे यह लगता था कि स्टार्स खुद की तस्वीरों में ऑटोग्राफ देकर फैंस को भेजा भी करते थे. मुझे हाल ही में कोई मिला था, उसने मुझसे मेरी ही तस्वीरों पर ऑटोग्राफ लिया था.
अमिताभ बच्चन संग पहली तस्वीर ली थी
अपनी लाइफ की बेस्ट सेल्फी किसके साथ निकाली है, इसके जवाब में अक्षय कहते हैं, ये सेल्फी का दौर जो है, वो अभी शुरू हुआ है. पहले जब मोबाइल नहीं होते थे, तो उस वक्त ऑटोग्राफ ही हुआ करता था. मुझे अभी तक याद है कि मैंने फोटोग्राफ के जमाने में अमिताभ बच्चन संग फोटो खिंचवाई थी, जब वो कश्मीर में बेमिसाल की शूटिंग कर रहे थे. वहां वो अंगूर खा रहे थे, मैंने तो वो अंगूर भी चुरा लिए थे. रही बात सेल्फी की, तो मैंने अभी तक किसी के साथ सेल्फी नहीं खिंचवाई है.
पीएम का बोलना जरूरी था
बॉलीवुड में बढ़ते बायकॉट ट्रेंड को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिनिस्टर्स को हिदायत दी थी कि वो किसी भी फिल्म या स्टार्स को लेकर पब्लिक कमेंट करने से बचे. इसके बाद बायकॉट ट्रेंड में बदलाव भी दिखा. इसपर रिएक्ट करते हुए अक्षय कहते हैं, अगर हमारे प्राइम मिनिस्टर ने ऐसा कुछ कहा है, तो वो काबिल ए तारीफ है. मैं मानता हूं कि हमारे प्रधानमंत्री देश के सबसे बड़े इंफ्लूएंशियल पर्सनैलिटी है. अगर उनके कहने पर चीजें बदलती हैं, तो हमारी इंडस्ट्री के लिए बहुत बड़ी बात है. चीजें बदलनी भी चाहिए क्योंकि हमें बहुत कुछ झेलना पड़ता है. पहले तो फिल्में बनाकर हमें सेंसर बोर्ड से पास करवानी होती है. फिर कोई न कोई कुछ न कुछ बोल देता है, जिससे गड़बड़ हो जाती है. अब उनके बोलने के बाद शायद बदलाव आए.