
सदी के महानायक अमिताभ बच्चन आज 79वें साल के हो चुके हैं. उनको यूं तो कई उपनामों से पुकारा जाता है लेकिन फिल्मों में उनकी इमेज एंग्री यंग मैन वाली रही है. स्क्रीन पर किसी से बदला लेने की बात हो या फिर किसी दुश्मन को मार गिराना हो, अपनी एंग्री अदाओं से वे विलेन से को चंद मिनटों में सबक सीखा दिया करते थे. अपने फिल्मी करियर में उन्होंने कई विलेन्स को मार गिराया है.
अलग-अलग फिल्मों में बिग बी से मार खाने वाले विलेन आखिरकार अपने इस एंग्री यंग मैन को लेकर असल जिंदगी में क्या राय रखते हैं.आईए जानते हैं..
Amitabh Bachchan Birthday: 'साठा तो पाठा, अस्सी तो लस्सी...' 79 साल के हुए महानायक
हर हंटर के बाद पूछता था, चोट तो नहीं लगी - प्रेम चोपड़ा
अमिताभ बच्चन के करियर की शुरुआत से पहले ही प्रेम चोपड़ा ने बतौर विलेन दर्शकों के बीच अपनी पहचान बना ली थी. उस वक्त प्रेम का नाम इंडस्ट्री के पंसदीदा विलेन्स की लिस्ट में शुमार था. प्रेम बताते हैं, अमिताभ के करियर की शुरुआत भी मेरे साथ की फिल्म से ही हुई थी. इसके बाद हमने लगभग चालीस फिल्मों में साथ काम किया. मैं हमेशा उनकी फिल्मों में एंटी हीरो रहता था. अमिताभ एक बेहतरीन एक्टर के साथ-साथ अच्छे इंसान भी हैं. उनका काम देखें, तो आज के कई एक्टर से बेहतर और लंबा रहा है. हमारे साथ तो बिताए कई सारे किस्से हैं. कुछ ऐसे किस्से हैं, जिन्हें मैं पब्लिक में कह भी नहीं सकता.
एक वक्त जब हम दोस्ताना फिल्म की शूटिंग कर रहे थें, तो उस वक्त एक सीन में मैंने उन्हें चेन से बांधकर रखा था, जहां मुझे उन्हें हंटर से मारना था. मैं हर शॉट के बाद उनसे पूछता तुम ठीक हो न, चोट तो नहीं लगी न..,एक दो बार तो उन्होंने कहा कि मैं ठीक हूं लेकिन जब तीसरी बार पूछने लगा, तो झुंझलाते हुए बोले कि बार-बार क्यों पूछ रहे हो. तो मैंने कहा कि यार, क्योंकि इस सीन के बाद इसी हंटर से तुमने मुझे मारना है. उनके साथ मेरी पसंदीदा फिल्में मर्द, त्रिशूल और काला पत्थर थीं. बर्थडे पर यही कहना चाहूंगा कि मैं उनके काम का मुरीद हूं. हम जब भी मिलते हैं, तो वे मुझे आउटस्टैंडिंग कहता है और जवाब में मैं उन्हें ऑब्लीगार्दो कहता हूं. हालांकि इस उपनाम के पीछे की जो कहानी है, उसे नहीं शेयर कर सकता हूं.
Biggboss 15 Written Updates: घर में मनी गरबा नाइट, साहिल श्रॉफ हुए घर से बेघर
दुनिया में किसी ने नहीं डरता, लेकिन बिग बी के टाइमिंग से डरता हूं - गुलशन ग्रोवर
अपने निगेटिव किरदारों की वजह से गुलशन ग्रोवर इंडस्ट्री के बैड मैन कहे जाते हैं. ऐसे में अगर स्क्रीन पर बॉलीवुड का बैड मैन और एंग्री यंग मैन साथ नजर आए, तो बवाल होना लाजिम है. गुलशन कहते हैं, मैं बिग बी से जुड़ी हर बात तारीफ ए काबिल है. चाहे उनकी लाइफस्टाइल हो, लोगों से बात करने का तरीका या एक्टिंग के प्रति जुनून, यह सब हमारे लिए सीखने वाली चीज है. आप देखें, आज उनके पास तरह की सक्सेस और सहूलियत है, लेकिन वे आज भी न्यूकमर की तरह उत्साहित होकर काम करते हैं. खुशनसीब हूं कि उन्हें पर्सनली जानने का मौका मिला है. मैं उनसे इंस्पायर्ड हूं. भगवान उन्हें अच्छी सेहत दे. जब भी उनसे सेट पर मिला हूं, काम के प्रति उतनी ही सिद्दत देखी है. उनका सेंस ऑफ ह्यूमर कमाल का है.
एक घटना मुझे याद है, उनके मेकअपमैन दीपक सावंत ने भोजपुरी फिल्म बनाई थी. फिल्म का हिंदी लॉन्च मैरियट में रखा गया था. दीपक ने मुझसे कहा था कि मैं 5 बजे बिग बी के साथ आ जाऊंगा, आप साढे़ चार बजे मीडिया को संभालने के लिए पहुंच जाइए. अमित जी सीधा पहुचेंगे और फंक्शन शुरू हो जाएगी. वैसे बिग बी के साथ फंक्शन करना होता है, तो मैं ही नहीं हर आदमी गार्ड पर होता है. मैं साढ़े चार बजे की तैयारी से पहुंचा. हम होटल के लिए जिस डायरेक्शन से आ रहे हैं, तो वहां से हमें राइट में टर्न लेकर होटल के गेट पर पहुंचना होता है. लेकिन टर्न के पास बैरिकेट लगा था, तो हमें एक लंबा यू-टर्न लेकर आना होगा, जिसमें लगभग 30 मिनट लगने हैं क्योंकि ट्रैफिक होती है. ऐसे में मैंने ड्राइवर को होटल के ऑपोजिट रूकवाया और कोट लेकर बाहर निकला, मैं रोड क्रॉस करता हुआ नो एंट्री के गेट और डिवाइडर पर छलांग लगाकर होटल के गेट तक जा पहुंचा. आप यकीन नहीं करेंगी, बिग बी ने डॉट पांच बजे एंट्री की. हम साथ में बैठे थे, तो मैंने हैरान होकर पूछा कि सर आप टाइम से पहुंच कैसे गए क्योंकि यू-टर्न वाले सड़क पर तो भयंकर ट्रैफिक है, रास्ता बंद है. उन्होंने मुझसे पूछा कि तुम कैसे पहुंचे, मैंने उन्हें कहा, कि रॉन्ग साइड उतरा और नो एंट्री से कुदते हुए पहुंचा हूं, तो उनका जवाब था कि मैंने भी वही किया है. अगले दिन सुबह हर न्यूजपेपर में उनकी तस्वीर थी कि वे रोड क्रॉस कर रहे हैं.
जिनकी तस्वीर अलमारी में छिपाता था, उनको कैमरे के सामने मारा- मुकेश ऋषि
अमिताभ बच्चन स्टारर फिल्म सूर्यवंशम आज भी मीमर्स की फेवरेट फिल्म की लिस्ट में शुमार है. एक लंबे अरसे के बावजूद फिल्म की चर्चा अब भी बरकरार है. फिल्म में अमिताभ की खीर में जहर घोलने वाले को भला हम कैसे भूल सकते हैं. यह काम किसी और ने नहीं बल्कि मुकेश ऋषि ने किया था. यह बात जानकर आपको हैरानी होगी कि फिल्मों में बिग भी को परेशान करने वाले मुकेश एक वक्त अपनी अलमारी में अमिताभ की तस्वीरें सजाया करते थे और उन्हें भगवान की तरह पूजते थे. मुकेश बताते हैं, मैंने बिग बी के साथ चार से पांच फिल्में की हैं. मेरे लिए तो सुपरस्टार रहे, मेरे तो सपनों के राजा थे. सेट पर वे काफी डिसीप्लीन रहा करते थे, यह गुण मैंने उनसे सीखी है और आज भी इसे फॉलो करता हूं. हमने लाल बादशाह, सूर्यवंशम, कोहराम जैसी कई फिल्में की है. वे अपने किरदार में इतने इनवॉल्व हो जाते थे, तो कभी-कभी मैं डर जाता था कि दूर रहो इनसे कहीं जज्बाती होकर हमें मार न दें.
मुझे एक किस्सा याद है, जब हम मृत्युदाता कर रहे थे, तो उस वक्त हमारी एक फाइट थी और शायद मेरे हाथ से उन्हें थोड़ी चोट लग गई. दूसरे दिन मुझे पता चला कि अमित जी ने जाकर डॉक्टर से अपना चेकअप करवाया है. ये बात मुझे किसी और ने कही, अमित सर ने कुछ भी नहीं कहा. यह उनका बड़प्पन था कि उन्होंने मुझे इसकी भनक नहीं होने दी, वर्ना शायद मैं नर्वस हो जाता. सूर्यवंशम के दौरान अमित जी हैदराबाद के जिस होटल में थे, मैं भी उसी में रूका था. वहां जिम में हमारी अक्सर मुलाकात होती थी. वो वक्त मेरे लिए बहुत स्पेशल रहा, इसे कभी नहीं भूल सकता था. मैंने कभी किसी भी हीरो से दोस्ती करने की कोशिश नहीं की, मुझे लगता था कि कहीं ये फ्रेंडशिप मंहगी न पड़ जाए और काम के वक्त मैं पिघल न जाऊं.
फैंस थिएटर में चिल्लाने लगे, साले तेरी हिम्मत कैसे हुई बिग बी को ऊंगली दिखाने की- शक्ति कपूर
शक्ति कपूर ने बिग बी के साथ सिल्वर स्क्रीन पर विविधरंगी किरदार निभाया है. उनकी इस विलेन और हीरो की जोड़ी ने कई सुपरहिट फिल्में दी हैं. शक्ति कपूर कहते हैं, हमारा रिश्ता ऑनस्क्रीन तक ही सीमित नहीं है बल्कि उससे कहीं ज्यादा बढ़कर है. मेरे पास तो किस्सों का खजाना है. मैं और बिग बी एक फिल्म कर रहे थे नसीब, यह मनमोहन देसाई की फिल्म थी. इसमें एक फाइट सीन है, जो लगभग पंद्रह दिनों तक चली थी. इस सीन के लिए हॉलीवुड से खास टेक्निशन बुलाए गए थे. यह पहली बार था, जब मैंने उनके साथ फाइट कर रहा था. मुझे याद है कि उन्होंने मनमोहन देसाई के पास जाकर मेरी तारीफ करते हुए बोले कि ऐसा लड़का जो रिएक्शन देता है, इंडस्ट्री में कभी आया नहीं है. इसके बाल भी लंबे है, तो शॉट हाई स्पीड में लगाना, जिससे शक्ति के बाल उड़ेंगे, तो अच्छा लगेगा. मतलब साफ है कि वे अपने को-एक्टर्स को भी साथ लेकर चलते थे. फिल्म रिलीज हुई, तो उस फाइट के खूब चर्चे हुए.
एक और फिल्म हम कर रहे थे, महान, जिसमें परवीन बाबी और बिग बी थे. इसमें भी हमारी फाइट थी, जहां मैं ब्रूस ली के स्टाइल में अपनी बीच की उंगलियां दिखाते हुए उनसे कहता हूं कि आ जा.. आ जा... फिल्म जब थिएटर में रिलीज हुई थी. तो मैं भी मुंबई के एक थिएटर पहुंचा था, वहां इस सीन के आते ही हुटिंग शुरू हो गई, लोग स्क्रीन को देखकर गालियां देने लगे कि साले तेरी हिम्मत कैसे हुई अमिताभ जी को ऊंगली दिखाने की.