
अनिल कपूर की सबसे आइकॉनिक फिल्मों में से एक 'नायक' एक बार फिर चर्चा में है. आम आदमी के रातोरात मुख्यमंत्री बनने और 'सिस्टम' बदल देने की इस कहानी ने जनता को तगड़ा एंटरटेनमेंट तो दिया ही, साथ में जोरदार सोशल मैसेज भी दिया. अब ये इसलिए चर्चा में है कि 2001 में आई इस फिल्म का सीक्वल बनने की खबरें आने लगी हैं.
रिपोर्ट्स में सामने आया है कि 'पठान' के डायरेक्टर सिद्धार्थ आनंद 'नायक 2' बनाने पर काम कर रहे हैं और इसके लिए उन्होंने 'वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई' बना चुके, दमदार डायरेक्टर मिलन लुथरिया से हाथ मिलाया है. फिल्म की कास्ट में अनिल कपूर का नाम होगा या नहीं, ये जानकारी तो अभी सामने नहीं आई है.
मगर ये जानकर आप हैरान हो जाएंगे कि 'नायक' के लिए भी पहली चॉइस अनिल कपूर नहीं थे. फिल्म में आने के बाद भी एक सीन ऐसा था, जिसके लिए अनिल संकोच में थे और डायरेक्टर शंकर ने कहा था कि 'हीरो बदल दूंगा, मगर सीन नहीं', आइए बताते हैं कि हुआ क्या था...
आमिर-शाहरुख ने रिजेक्ट किया था रोल
डायरेक्टर शंकर ने एक इंटरव्यू में बताया था कि अनिल कपूर 'नायक' के लिए उनकी फर्स्ट चॉइस नहीं थे. दरअसल, शंकर ने पहले इसी कहानी पर तमिल फिल्म 'मुधालवन' (1999) बनाई थी. फिर उन्होंने इसे हिंदी में 'नायक' टाइटल से बनाने का फैसला किया. एक पुराने इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि वो सबसे पहली फिल्म का ऑफर लेकर आमिर खान के पास गए थे. लेकिन उन दोनों की बात नहीं बन पाई, शंकर ने कहा था, 'हम दोनों में बहुत कम्युनिकेशन गैप था, 'मुधालवन' के बारे में उनकी और मेरी राय बहुत अलग-अलग थी, तो मैं जल्दी ही आगे बढ़ गया.'
आमिर के बाद शंकर ने यही कहानी शाहरुख खान को भी ऑफर की थी. उन्होंने बताया था, 'शाहरुख ने आमिर से ज्यादा समझदारी दिखाई थी. लेकिन वो उन्होंने ये कहते हुए खुद को अलग किया कि वो उनकी होम प्रोडक्शन 'फिर भी दिल है हिंदुस्तानी' कुछ ही दिन पहले रिलीज हुई है जिसमें उन्होंने टीवी रिपोर्टर का किरदार निभाया था. वो इतनी जल्दी फिर से ऐसा रोल नहीं करना चाहते थे.'
शंकर ने बताया था कि उन्होंने सुना था कि अनिल कपूर, हिंदी इंडस्ट्री के उन एक्टर्स में से हैं जो डिसिप्लिन से काम करते हैं. और उनके भाई बोनी कपूर ने उनतक ये मैसेज भी पहुंचाया था कि उनके भाई ये फिल्म करना चाहते हैं. इस तरह अनिल को 'नायक' का लीड रोल मिला था.
अनिल का कीचड़ वाला फाइट सीन
'नायक' में अनिल कपूर का फाइट सीन आज भी लोगों को याद रहता है. एक कार गैराज में कीचड़ से सने अनिल कपूर जिस तरह गुंडों से लड़ते हैं, और ये एक्शन सीन 3डी में नजर आता है, वो अपने समय में बहुत नए लेवल की क्रिएटिविटी थी.
फिल्म में सीन ये था कि पहले गुंडे अनिल को आग लगाने की कोशिश करते हैं, जिससे बचने के लिए उन्हें अपने कपड़े उतारने पड़ते हैं और वो कीचड़ में कूद जाते हैं. मगर इस सीन के पीछे भी एक अलग किस्सा बताया जाता है. पुरानी रिपोर्ट्स में ये किस्सा यूं मिलता है कि ये फाइट सीन तो होना ही था. और अनिल कपूर इसमें मजबूत दिखने के लिए जिम की ट्रेनिंग भी ले रहे थे. मगर डायरेक्टर शंकर चाहते थे कि उनका हीरो इस फाइट सीन में शर्टलेस दिखे.
अनिल ने अपने एक इंटरव्यू में खुद कहा था, 'मैं हमेशा बिना शर्ट कैमरा फेस करने में बहुत नर्वस रहा हूं. लेकिन शंकर ने ये पहले ही क्लियर कर दिया कि फाइट सीन स्क्रिप्ट में बहुत महत्वपूर्ण है. उन्होंने कह दिया था कि वो इस सीन को चेंज नहीं करेंगे भले हीरो बदलना पड़ जाए.'
इस सीन के पीछे ये किस्सा भी बताया जाता है कि शंकर ने अनिल को बॉडी हेयर हटवाने को भी कहा था. लेकिन यहां तक जाने से अनिल को बहुत दिक्कत थी. इसलिए शंकर फाइट सीन में ये कीचड़ वाला एंगल जोड़ा ताकि इस तरह उनके हीरो की बॉडी पूरी ग्लोरी में दिखे भी, और नहीं भी.
आखिरकार, इस तरीके से ये सीन शूट हुआ और अपने समय के सबसे यादगार फाइट सीन्स में से एक बन गया. बताया जाता है कि उस समय फाइट सीन में 3डी इफेक्ट लाने के लिए शंकर ने करीब 32 कैमरे यूज किए थे.
'नायक' अपनी रिलीज के समय थिएटर्स में वैसी कामयाबी नहीं देख पाई थी जैसे पैशन और पैसे के साथ इसे बनाया गया था. मगर वक्त के साथ लोगों ने इस फिल्म को फिर से डिस्कवर किया और बाद में ये कल्ट बन गई. अब 23 साल बाद इसके सीक्वल की खबर, फिल्म के हर फैन के लिए एक्साइटमेंट की एक नई लहर लेकर आई है.