
इरफान के बेटे बाबिल खान पिता के निधन के बाद सोशल मीडिया पर फोटोज और वीडियोज के जरिए उनकी यादों को जिन्दा रख रहे हैं. बाबिल अक्सर पिता इरफान को याद करते हैं और उनके लिए इमोशनल नोट्स भी लिखते हैं. बाबिल खान अपने पिता के बेहद करीब थे और उन्हीं की तरह एक्टर बनने का सपना देखते हैं. अब बाबिल ने बताया है कि वह जल्द ही फिल्मी दुनिया में कदम रखने जा रहे हैं.
बाबिल ने पूरा किया फिल्म का पहला शेड्यूल
बाबिल खान जल्द ही अपना एक्टिंग डेब्यू करने जा रहे हैं. उन्होंने अपने डेब्यू प्रोजेक्ट के पहले शेड्यूल को पूरा कर लिया है. इस बारे में उन्होंने सोशल मीडिया पर जानकारी दी है. बाबिल खान ने दोस्त संग खींची अपनी एक फोटो को पोस्ट करते हुए लिखा, ''मैंने अपने पहले शूटिंग शेड्यूल को पूरा कर लिया है. इसमें मेरी बचपन की दोस्त भी है. इस प्रोसेस में मैंने सीखा कि अपनी एहमियत को याद रखना बेहद जरूरी है. आप एक कहानी का हिस्सा हैं और कहानी हमेशा आपसे बड़ी होगी (भले ही आप एक्टर हों या ना हों). आपका दिन शुभ रहे.''
अनुष्का की फिल्म से करेंगे डेब्यू?
वैसे खबर है कि बाबिल खान, अनुष्का शर्मा के प्रोडक्शन हाउस क्लीन स्लेट फिल्म्स के तले बन रही फिल्म कला में काम कर रहे हैं. इस फिल्म में बाबिल खान के साथ बुलबुल फिल्म की एक्ट्रेस तृप्ति डिमरी भी होंगी. हाल ही में तृप्ति ने इस नई फिल्म से जुड़े अपडेट को अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर शेयर किया था और फिल्म की टीम संग बाबिल को भी टैग किया था. हालांकि बाद में उन्होंने इस पोस्ट को डिलीट कर दिया.
पिता का अवॉर्ड लेते हुए फूट-फूटकर रोए थे बाबिल
हाल ही में बाबिल खान की फिल्मफेयर अवॉर्ड्स 2021 की वीडियो सामने आई थी. इस वीडियो क्लिप में देखा जा सकता है कि इरफान को अवॉर्ड मिलने पर बाबिल खान फूट-फूटकर रो रहे हैं. इरफान का नाम सुनने पर स्टार्स इमोशनल हो गए. वहीं बाबिल ने रोते हुए जाकर पिता की जगह अवॉर्ड को रिसीव किया था. यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है और फैंस इसे देख इमोशनल हो रहे हैं.
मालूम हो कि फिल्मफेयर अवॉर्ड्स 2021 में इरफान खान को लाइफटाइम अचीवमेंट और बेस्ट एक्टर के अवॉर्ड से नवाजा गया था. उनकी आखिरी फिल्म अंग्रेजी मीडियम के लिए उन्हें बेस्ट एक्टर का फिल्मफेयर अवॉर्ड दिया गया. पिता के अवॉर्ड को लेने बाबिल खान अवॉर्ड शो में पहुंचे थे. उन्होंने अवॉर्ड्स के बाद पिता के नाम एक पोस्ट लिखकर बताया था कि इरफान हमेशा कहते थे कि इंसान चले जाते हैं, उनकी कला याद रहती है.