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मिडिल क्लास का DNA रवि किशन का आज भी करता है पीछा... बेहद गरीबी में बीता है बचपन

Ravi Kishan: भोजपुरी स्टार रवि किशन आज किसी पहचान के मोहताज नहीं है. आज उनके पास दौलत शौहरत दोनों है. लेकिन एक वक्त था जब उन्हें खाने के लिए भी सोचना पड़ता था.

रवि किशन रवि किशन
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 03 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 7:00 PM IST

भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार रवि किशन आज जिस मुकाम पर है, वहां पहुंचने के लिए उन्होंने बहुत मेहनत की है. उत्तर प्रदेश के जौनपुर के रहने वाले रवि किशन भोजपुरी सिनेमा के बादशाह तो हैं ही. इसके अलावा उन्होंने बॉलीवुड से लेकर साउथ सिनेमा तक की फिल्मों में भी एक्टिंग की है. वह एक्टिंग के साथ-साथ राजनीति में भी काफी एक्टिव हैं. वह वर्तमान में गोरखपुर से सांसद हैं.

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12 लोगों के साथ मिलकर खाते थे 1 प्लेट खिचड़ी

हालांकि रवि किशन को इस मुकाम पर पहुंचने के लिए काफी स्ट्रगल करना पड़ा है. हाल ही में रवि ने एक इंटरव्यू में अपने बचपन के दिनों के बारे में बताया है. रवि कहते हैं, 'कभी वे मिट्टी से बनी झोपड़ी में रहते थे और 1 प्लेट खिचड़ी को 12 लोग मिलकर खाते थे.' वह आगे कहते हैं गरीबी उनके DNA में इस कदर समा गई है कि अब जबकि वह अच्छे-खासे कमाने लगे हैं, फिर भी वो किसी लक्जरी रेस्टोरेंट का खाना ऑर्डर नहीं कर सकते. क्योंकि उनका मिडिल क्लास नेचर उन्हें इजाजत नहीं देता.

कई बार सहना पड़ा था अपमान

रवि याद करते हुए कहते हैं जब वह मुंबई आए थे, तब उन्हें वड़ा पाव और चाय पर गुजारा करना पड़ा था. 15 सालों तक उन्हें फिल्मों में बेहद कम पैसों पर ही काम करना पड़ा था. रवि कहते हैं, 'मुझे कई बार अपमान सहना पड़ा था. लोग एक या दो बार अपमानित होते हैं. मैंने हजारों बार इसका सामना किया है.' एक्टर ने आगे कहा कि इन सबने मिलकर रवि किशन को वह बनाया है जो आज वह हैं. रवि किशन ने 750 से ज्यादा फिल्में की हैं.

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कभी काम के लिए सरनेम चेंज करना पड़ा था

रवि किशन से जब पूछा गया कि उन्होंने अपने नाम से शुक्ला क्यों हटा दिया था. इसपर एक्टर कहते हैं, 'क्योंकि मुझे शुक्ला नाम के साथ काम नहीं मिल रहा था. वह कहते हैं कि उस समय पैसा कमाना सबसे ज्यादा जरूरी था. ऐसे में उन्होंने अपने सरनेम की ज्यादा चिंता नहीं की. वे कहते हैं कि अभी सौरभ शुक्ला, त्रिपाठी और बाजपेयी हैं, लेकिन उस समय यह मायने नहीं रखता था. सरनेम कोई मैटर नहीं करता और उस वक्त उन्हें सबसे ज्यादा काम की जरूरत थी. 

7-स्टार होटल में भी खिचड़ी ही ऑर्डर करते हैं

रवि आगे अपने सिचुएशन के बारे में बात करते हुए कहते हैं कि आज भी जब वह 7-स्टार होटल जाते हैं, महंगा खाना ऑर्डर नहीं करते. वो बोले, 'चाहे कोई भी पेमेंट कर रहा हो. मैं खिचड़ी ही ऑर्डर करता हूं.' आज भी रवि किशन कपड़े धोने के लिए लॉन्ड्री में नहीं देना चाहते. वह कहते हैं, 'मैं सोचता हूं घर आकर इसे धुलवा लूंगा.'

मिडिल क्लास रवि आज भी रवि किशन के साथ है

एक्टर आगे कहते हैं, 'गरीबी अब भी मेरे जीवन का एक हिस्सा है. वह मिडिल क्लास का रवि किशन अभी तक मुझे छोड़कर नहीं गया है.' ऐसा नहीं है कि रवि किशन बेहद कंजूस हैं. वह अपने परिवार के लोगों पर खूब पैसे खर्च करते हैं, पर खुद पर नहीं. रवि का कहना है कि वह अपने परिवार को पैसा खर्च करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं. वह उनके लक्जरी आइटम की पेमेंट खुशी-खुशी करते हैं. लेकिन वह खुद पर पैसा खर्च करना पसंद नहीं करते. घर के लोग ही उनके लिए कपड़े, मोबाइल या फिर कोई लक्जरी आइटम खरीदते हैं.

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रवि किशन की हालिया फिल्म

अगर रवि किशन की हालिया फिल्म की बात की जाए तो उन्हें पिछली बार अजय देवगन स्टारर फिल्म 'सिंघम अगेन' में देखा गया था. इसमें उन्होंने सपोर्टिंग रोल निभाया था. उनकी फिल्म 'लापता लेडीज' लोगों को बेहद पसंद आई थी. 'लापता लेडीज' ऑस्कर के लिए भारत की तरफ से ऑफिशियल एंट्री थी.

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