
बॉलीवुड को लेकर एक चर्चा काफी आम हो गई है. ये एक ऐसी चर्चा है जिस पर पूरी फिल्म इंडस्ट्री दो फाड़ होती दिख जाती है और कई बार विवाद भी काफी ज्यादा गहरा जाता है. ये बॉलीवुड में रीमेक वाला चलन है जहां पर पुराने कंटेंट को मसालेदार अंदाज में दोबारा परोस दिया जाता है. उम्मीद की जाती है कि दर्शक ओरिजनल को भूल उस नए अंदाज को पसंद करे, उसे ही अपना प्यार दे. आजकल तो फिल्मों में गानों को लेकर भी ऐसा ही होता दिख रहा है. सिर्फ रीमेक की भरमार है और ओरिजन कंटेंट मिसिंग हो गया है.
रीमेक की वजह से जाह्नवी ट्रोल
हाल ही में जाह्नवी कपूर की फिल्म रूही का नया गाना नदियो पार रिलीज किया गया है. उस गाने में जाह्नवी की अदाएं जरूर पसंद की जा रही हैं लेकिन सवाल ये भी उठ रहे हैं कि फिर एक पुराने सुपरहिट गाने को ही रीमेक कर क्यों परोसा जा रहा है. सिंगर सोना मोहपात्रा ने भी यही सवाल पूछा है. उन्होंने भी इस बात पर गुस्सा जाहिर किया है कि अब ना कंपोजर की इज्जत है और ना ही सिंगर की.
क्या गाने क्या फिल्में, सिर्फ रीमेक
वैसे इससे पहले भी कई गानों का रीमेक बनाया गया है. फिर चाहे वो पति पत्नी और वो में अखियो से गोली मारे हो या फिर सिंबा का आंख मारे. एक्टर वरुण धवन ने तो रीमेक के मामले में महारत हासिल कर ली है और वे गोविंद और सलमान की हर सुपहिट फिल्म पर रीमेक बनाना चाहते हैं. लेकिन सवाल तो यही आता है कि ऐसा क्यों देखने को मिल रहा है. सब तरफ सिर्फ रीमेक कंटेंट ही क्यों देखने को मिल रहा है. पहले जो ट्रेंड सिर्फ फिल्मों तक सीमित था, अब गानों पर भी उसका असर पड़ गया है. हर मेगा बजट फिल्म में एक गाने को रीमेक की तरह जरूर पेश किया जाता है. क्या वरुण धवन, क्या अक्षय कुमार और क्या सलमान खान, सभी फिल्मों में कोई ना कोई गाने के साथ जरूर खिलवाड़ किया जाता है.
दर्शकों को नहीं पसंद रीमेक कंटेंट
हैरानी की बात तो ये भी है कि इन रीमेक गानों को दर्शकों का ज्यादा प्यार नहीं मिल रहा है. ट्रैक रिकॉर्ड बताता है कि मेकर्स को हमेशा ट्रोल ही किया जाता है जब भी रीमेक कंटेंट परोसा गया है. सोशल मीडिया पर ना सिर्फ गाने की खिल्ली उड़ाई जाती है बल्कि सिंगर्स से लेकर राइटर तक, सभी की काबिलियत पर भी सवाल उठते हैं.
लेकिन इस ट्रोलिंग के बावजूद भी मेकर्स रीमेक की भरमार दे रहे हैं, वे अभी भी इसे एक भरोसेमंद एक्सपेरिसने से ज्यादा इस पर जोर दिया जा रहा है कि कैसे दर्शकों को पुराना कंटेंट फिर रिक्रिएट कर सौंप दिया जाए.