
बॉलीवुड एक्टर अरशद वारसी और बोमन ईरानी फिल्म इंडस्ट्री के दो ऐसे नामचीन चेहरे हैं, जिन्हें दर्शकों को हंसाने में महारथ हासिल है, जिनकी मौजदूगी ही फिल्मों में चार चांद लगा देती है और दर्शकों की बेताबी बढ़ा देती है. इन दोनों ने एक साथ करीब 9 फिल्मों में काम किया है, जिनके मूल्य हैं जॉली एलएलबी, मुन्ना भाई एमबीबीएस और लगे रहो मुन्ना भाई. ये तीनो फिल्में, इनके केरीयर की मुख्य फिल्में रही हैं.
बोमन और अरशद ने बॉलीवुड के लगभग हर नामचीन एक्टर और डायरेक्टर के साथ काम कर चुके हैं लेकिन अगर तब भी इन दोनों के सबसे बेहतरीन किरदारों की बात की जाए तो फिल्म 'मुन्नाभाई एमबीबीएस' में अरशद वारसी का सर्किट वाला किरदार और फिल्म '3 ईडियट्स' में बोमन ईरानी का वीरू सहस्त्र बुद्धि उर्फ़ वायरस का किरदार, दोनों ही सबसे बेहतरीन किरदारों में गिने जाते हैं.
फिल्म '3 ईडियट्स' पर की बोमन ईरानी ने खुलकर बात
आजतक से एक खास मुलाकात में फिल्म '3 ईडियट्स' के बारे में बात करते हुए बोमन ईरानी कहते हैं कि मैं आपको सच बताऊं तो जब मैं फिल्म '3 ईडियट्स' कर रहा था तो उस वक्त मैंने एक बार भी नहीं सोचा था कि मैं कॉमेडी कर रहा हूं. अगर मैं यह सोचता कि मुझे कॉमेडी करनी है तो मैं दर्शकों को हंसाने में लग जाता और तब मैं अपने कैरेक्टर का मकसद भूल जाता. मेरे लिए यह जरूरी था कि मेरा कैरेक्टर क्या बताना चाहता है, वह फिल्म में क्या बदलाव लाना चाहता है और दर्शकों को क्या सीख देना चाहता है? मेरी कॉमेडी से ज्यादा लोगों को यह याद रहा कि फिल्म के आखिर में जो खडूस वीरू सहस्त्र बुद्धि था वह बदल गया और वही मेरे किरदार का सबसे बड़ा मकसद था और इसी तरह फिल्म 'मुन्नाभाई एमबीबीएस' में भी जब मेरे किरदार को गुस्सा आता था तो दर्शकों को हंसी आती थी, लेकिन उस गुस्से में मेरे कैरेक्टर का एक मकसद छिपा रहता था और वही मेरे किरदार के लिए सबसे जरूरी था, तो मेरा मानना है कि किसी मूवी के जोक्स दर्शकों को हमेशा याद नहीं रहते हैं, वह फिल्म आखिर में दर्शकों को क्या मैसेज देती है, वह दर्शकों को हमेशा याद रहता है.
'LOL' शो को लेकर अरशद वारसी-बोमन ईरानी का दावा, हंसी से लोटपोट होंगे दर्शक
अरशद वार्सी ने की सर्किट वाले किरदार पर बात
बोमन ईरानी ने अपने फेमस रोल के बारे में बात की तो एक्टर अरशद वारसी ने फिल्म 'मुन्नाभाई एमबीबीएस' में अपने सर्किट वाले रोल के बारे में बात करते हुए कहा कि अगर आप गौर करें तो सर्किट से अच्छा और सच्चा दोस्त आपको कहीं नहीं मिलेगा, दूसरा आपको फिल्म 'मुन्नाभाई एमबीबीएस' फनी लग सकती है, लेकिन मुझे राजू हिरानी की फिल्में फनी से ज्यादा मैसेज से भरी हुई लगती है जो दर्शकों को मनोरंजन के साथ-साथ बहुत कुछ अच्छा सिखाकर जाती हैं. अगर मैं आपको सीरियस होकर कोई मैसेज दूं तो आप बोर हो जाओगे, लेकिन अगर मैं वही मैसेज आपको थोड़े से फनी अंदाज में दूं तो आपको सुनने में मजा भी आएगा और आप उस मैसेज को हमेशा याद भी रखोगे तो बस राजू की फिल्मों के साथ ऐसा ही है.