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'स्टार किलर' हैं जवान के डायरेक्टर एटली, इमोशन जगाने के लिए हर फिल्म में बड़े एक्टर्स से ली ऑनस्क्रीन जान!

डायरेक्टर एटली ने 'जवान' में शाहरुख खान को एक ऐसे अवतार में पेश किया जो जनता ने पहले कभी स्क्रीन पर नहीं देखा था. फिल्म में दीपिका पादुकोण का कैमियो भी खूब चर्चा में रहा. उनके किरदार के साथ एटली ने फिल्म में जो किया, वो उनका ट्रेडमार्क स्टाइल है. उनकी फिल्म में इमोशन ही किसी किरदार के मरने से आता है!

थलपति विजय, दीपिका पादुकोण थलपति विजय, दीपिका पादुकोण
सुबोध मिश्रा
  • नई दिल्ली ,
  • 20 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 11:59 AM IST

एटली कुमार की 'जवान' में एक के बाद एक ऐसे शानदार मोमेंट्स की भरमार है, जो लगातार जनता का मूड बनाए रखते हैं. फिल्म में शाहरुख के एंट्री सीन्स, उनकी फाइट और मास अवतार तो कमाल हैं ही. मगर जनता को 'जवान' में जो एक चीज खूब भाई, वो है फिल्म में फ़्लैशबैक का सीक्वेंस. इसी सीन में पर्दे पर आपको दीपिका पादुकोण नजर आती हैं. दीपिका का किरदार ऐसी कलाकारी से लिखा गया है कि वो पूरी कहानी का इमोशनल बेस बन जाता है. 

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'जवान' की कहानी में दो टाइमलाइन हैं. आज एक दौर में जहां शाहरुख का यंग अवतार, आजाद पर्दे पर दिखता है. वहीं फ़्लैशबैक का पूरा सीक्वेंस उसके पेरेंट्स विक्रम राठौर और ऐश्वर्या की कहानी पर बेस्ड है. कहानी में जब आजाद के किरदार की मोटिवेशन रिवील की जाती है, तो स्क्रीन पर विक्रम और ऐश्वर्या की कहानी दिखती है. एक स्पेशल अपीयरेंस में फिल्म का हिस्सा बनीं दीपिका की कहानी फिल्म में ऐसी जगह खत्म होती है. जहां बहुत लोगों को आंसू भी आ गए. 

दीपिका की 'कुर्बानी' से इमोशनल हुई जवान की कहानी 
'जवान' में दीपिका के किरदार का नाम ऐश्वर्या है. उनके किरदार की स्टोरीलाइन ये है कि ऐश्वर्या एक धोखे का शिकार होती है और उसे फांसी की सजा हो जाती है. फांसी से पहले जेल में ही उसे एक बेटा होता है जिसका नाम आजाद रखा जाता है. स्क्रीन पर जब ऐश्वर्या मरती है तो उसके बच्चे को देखकर लोग इमोशनल हो जाते हैं. डायरेक्टर एटली ने कहानी ऐसी सेट की है कि बड़ा होकर यंग शाहरुख बना आजाद जब करप्ट सिस्टम से भिड़ता है, तो मां की मौत और पिता के साथ हुआ अन्याय उसके एक्शन का आधार बनते हैं. 

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'जवान' में दीपिका पादुकोण (क्रेडिट: सोशल मीडिया)

वैसे तो फिल्मों में बड़े किरदार को मार देना राइटिंग की सुस्ती और क्रिएटिविटी की कमी दिखाता है. और बड़े स्टार्स को तो ऑनस्क्रीन मारने से डायरेक्टर्स अक्सर बचते हैं. ऐसा तभी किया जाता है जब किरदार की कहानी ही फिल्म में खत्म करनी हो. लेकिन एटली की फिल्मों में मौत एक बड़ी शक्ति की तरह होती है, जो फिल्म की कहानी को आगे बढ़ाती है और चेंज लेकर आती है.

कहानी को जोरदार बनाने के लिए एटली ऑनस्क्रीन किसी न किसी महत्वपूर्ण किरदार को कुर्बान जरूर करते हैं. और ऐसा करते हुए वो कई बड़े कलाकारों को स्क्रीन पर निपटा चुके हैं. और इस सेन्स में एटली को 'स्टार किलर' डायरेक्टर कहा जा सकता है. कैसे? आइए बताते हैं.
   
राजा रानी- नजरिया नाजिम 
एटली की डेब्यू फिल्म 'राजा रानी' एक ऐसे कपल की कहानी है, जिन्होंने अपने पेरेंट्स की खुशी के लिए शादी कर ली है. हालांकि दोनों ही इस रिश्ते में खुश नहीं हैं क्योंकि वो अपने-अपने एक्स लवर्स को दिमाग से नहीं निकाल पाए हैं. फिल्म में नयनतारा का किरदार एक ऐसी लड़की का है जिसे पता लगता है कि उसके बॉयफ्रेंड ने सुसाइड कर लिया है. 

'राजा रानी' में नजरिया नाजिम, आर्या (क्रेडिट: सोशल मीडिया)

फिल्म के हीरो आर्य, अपनी गर्लफ्रेंड से शादी करने में कामयाब हो जाते हैं. मगर एक ट्रैजिक सिचुएशन में उनकी गर्लफ्रेंड, उनके सामने ही एक्सीडेंट में जान गंवा देती है. 'राजा रानी' में आर्य की गर्लफ्रेंड का रोल नजरिया नाजिम ने किया था. उनका किरदार पहला था, जिसकी कुर्बानी एटली ने अपनी फिल्म में ली!  

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थेरी- समांथा 

'थेरी' में समांथा (क्रेडिट: सोशल मीडिया)

एटली की दूसरी फिल्म में थलपति विजय और समांथा लीड रोल में थे. विजय एक ऐसे पुलिस ऑफिसर के रोल में थे जो किसी से भी भिड़ जाता है. उसके इस एग्रेसिव एक्शन का असर उसके परिवार तक भी पहुंच जाता है. एक सीन में विजय, समांथा से पूछते हैं कि उन्हें क्या चाहिए. जवाब मिलता है कि एक पहाड़ पर एक सुन्दर सा घर, जहां बहुत शांति हो. इसके अगले ही सीन में समांथा की मौत हो जाती है! अब आप देखते हैं कि एक सुन्दर से पहाड़ पर शांति भरे माहौल में ये पुलिसवाला अपनी बेटी के साथ रह रहा है. लेकिन पहचान बदलकर. 

मर्सल- थलपति विजय और नित्या मेनन 

'मर्सल' में थलपति विजय, नित्या मेनन (क्रेडिट: सोशल मीडिया)

जनता की भलाई के लिए 5 रुपये में अस्पताल चलाने वाले वेट्रीमारन और ऐश्वर्या को, पैसों के लालच में हॉस्पिटल के डॉक्टर ही मार डालते हैं. इस कपल ने जुड़वा बेटे बचपन में ही अलग हो जाते हैं और बड़े होकर मां बाप का बदला लेते हैं. अपनी तीसरी फिल्म में एटली ने अपने फेवरेट स्टार विजय को, ट्रिपल रोल में कास्ट किया मगर तीन में से एक किरदार को मार दिया! 

बिगिल- थलपति विजय 

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'बिगिल' में थलपति विजय (क्रेडिट: सोशल मीडिया)

एक स्पोर्ट्स ड्रामा में एटली ने फिर से विजय को कास्ट किया. फिल्म में एक गैंगस्टर पिता अपने बेटे को फुटबॉलर बंटे देखना चाहता है, ताकि वो अपराध से दूर रहे. लेकिन हालात ऐसे बनते हैं कि बेटे को भी फुटबॉल के मैदान की जगह, अपराध के दलदल में उतरना पड़ता है. और ये हालात इसलिए बनते हैं कि वो बेटा जब बड़े टूर्नामेंट के लिए ट्रेन पकड़ रहा है, तब उसकी आंखों के सामने ही उसके पिता की ह्त्या हो जाती है. 'बिगिल' में विजय ने बाप और बेटे का डबल रोल किया और एटली ने फिर से उनके एक किरदार को ठिकाने लगा दिया! 
 
जवान- प्रियामणि

'जवान' में प्रियामणि (क्रेडिट: सोशल मीडिया)

'जवान' देखने वालों को याद होगा कि फिल्म में सिर्फ दीपिका ही एटली के ट्रेडमार्क स्टाइल का एकमात्र शिकार नहीं हैं. आजाद को अपराधी समझ रही ऑफिसर नर्मदा (नयनतारा), उसके मिशन में साथ आ जाए, ये जगह बनाने के लिए एटली ने एक और किरदार निपटा दिया. फिल्म में शाहरुख के साथ 6 लड़कियों की गर्ल गैंग थी, जिसमें से एक प्रियामणि का किरदार फिल्म के फाइनल मोमेंट्स में मर जाता है. आजाद की टीम में, अब छठी जगह ऑफिसर नर्मदा लेती हैं.

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