
कभी शोबिज में अपनी अदाओं से सबको क्लीन बोल्ड करने वाली ममता कुलकर्णी ने अब संन्यास ले लिया है. सालों तक वो इंडस्ट्री और लाइमलाइट से दूर रहीं. फिर 24 साल बाद इंडिया लौटीं तो महाकुंभ में किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनाई गईं. लेकिन उनके महामंडलेश्वर बनने पर लोगों को खुशी कम और निराशा ज्यादा हुई. कई साधु-संतों ने भी ममता के खिलाफ आवाज उठाई.
ममता के पास नहीं पैसे
हालांकि बाद में किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने उन्हें इस पद से बर्खास्त कर दिया. ममता पर आरोप लगे कि किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनने के लिए उन्होंने 10 करोड़ रुपये दिए थे. इसमें कितनी सच्चाई है, ममता ने इस पर अपनी चुप्पी तोड़ी है. उनका कहना ये गलत आरोप है. उनके पास इतने पैसे नहीं हैं. 10 करोड़ तो दूर की बात है उनके पास 1 करोड़ रुपये भी नहीं हैं.
10 करोड़ देने पर तोड़ी चुप्पी
ममता ने 'आपकी अदालत' शो में कहा- मेरे पास 10 करोड़ क्या, 1 करोड़ भी नहीं हैं. सरकार ने मेरे बैंक अकाउंट सीज कर दिए हैं. आपको मालूम नहीं है मैं किस तरह से रह रही हूं. मेरे पास पैसे नहीं हैं. यूं ही मेरे आंसू नहीं निकलते हैं. मैंने काफी त्याग किया है. किसी से 2 लाख उधार लिए, क्योंकि गुरुजी को दक्षिणा देनी होती है. ममता ने बताया कि उनके तीन अपार्टमेंट जर्जर हालत में हैं, उनमें दीमक लग गए हैं. क्योंकि वे पिछले 23 साल से बंद पड़े थे.
इंडिया लौटने पर वो बोलीं- मैं 23 साल तक इंडिया नहीं आई थी. मैंने संकल्प लिया था जिसने मुझपर आरोप लगाया वो पहले कोर्ट केस पहले खत्म होना चाहिए. तभी मैं हिंदुस्तान में पैर रखूंगी. पब्लिसिटी के लिए ममता कुलकर्णी का नाम केस में डाला गया. मैंने 23 साल तप किया है. 3-3 महीने अन्न त्यागा था. मैंने हठ योग का पालन कर आदिशक्ति को मेरे सामने आने के लिए विवश किया था. मैंने आदिशक्ति को कहा जब तक तू नहीं आएगी, अन्न नहीं खाऊंगी. 5 दिन मैं बिना पानी के रही. 15वें दिन भगवती के दर्शन हुए.
ममता पूर्व बॉलीवुड एक्ट्रेस हैं. 1992 में फिल्म तिरंगा से उन्होंने डेब्यू किया था. उनकी हिट मूवीज में वक्त हमारा है, क्रांतिवीर, करण अर्जुन, सबसे बड़ा खिलाड़ी, बाजी शामिल हैं. साल 2000 में उन्होंने इंडस्ट्री छोड़ दी थी.