
दिव्या दत्ता को बॉलीवुड के सबसे दमदार एक्टर्स में गिना जाता है. फिल्मों में उनके किरदार की लंबाई चाहे जितनी भी हो, मगर देखने वालों के दिमाग पर उनके किरदारों की छाप बहुत गहरी दर्ज हो जाती है. भारत के लेजेंड एथलीट, मिल्खा सिंह की बायोपिक में दिव्या ने ऐसा ही एक किरदार निभाया था.
डायरेक्टर राकेश ओम प्रकाश मेहरा की फिल्म भाग मिल्खा भाग' में दिव्या ने मिल्खा की बहन, इसरी कौर का रोल किया था. फिल्म में मिल्खा सिंह बने फरहान अख्तर के साथ उनके एक सीन ने थिएटर्स में बैठे हर शख्स को रुला दिया. लेकिन दिव्या ने एक चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया है कि वो पहले ये रोल करना ही नहीं चाहती थीं.
फरहान की वजह से 'भाग मिल्खा भाग' नहीं करना चाहती थीं दिव्या
दिव्या दत्ता ने द लल्लनटॉप के साथ एक खास बातचीत में बताया कि फरहान की वजह से, वो इस फिल्म में काम ही नहीं करना चाहती थीं. उन्होंने दिलचस्प खुलासा करते हुए बताया, 'भाग मिल्खा भाग पहले तो मैं कर ही नहीं रही थी क्योंकि मुझे फरहान पर बहुत जोर का क्रश था. तो जब मुझे राकेश मेहरा ने कहा कि आपको बहन का किरदार निभाना है तो मैंने पहले कहा नहीं, मैं उनकी बहन का किरदार नहीं निभाउंगी. तो उन्होंने कहा कि याद है न आप पहले एक्टर हो. मैंने कहा हूं तो सही लेकिन मुझे फील ही नहीं होगा तो कैसे करूंगी. मैं रोल से ईमानदार नहीं हो पाउंगी. तो उन्होंने कहा देखो करोगी तो तुम ही. टचवुड उन्हें मुझपर बहुत कमाल का विश्वास है. वो हमेशा मुझे कुछ अलग दे देते हैं.'
दिव्या ने बताया कि फिर उनके मन से फिल्म न करने की हिचक निकली कैसे. शूट के पहले दिन वो नहीं थीं क्योंकि उनका सीन नहीं था, लेकिन राकेश ने उन्हें सेट पर बुला लिया. दिव्या ने बताया, 'उन्होंने कहा अपने भाई से मिलिए. मेरी तरफ फरहान की पीठ थी, और मैं इसके लिए तैयार नहीं थी. जब वो पलटे, एक सन्नाटा हो गया. लंबा सा पॉज...'
दिव्या ने आगा बताया कि फरहान को मिल्खा सिंह के रोल में देखकर उन्हें कैसा शॉक लगा. उन्होंने कहा, 'एक छोटा सा झटका लगा मुझे कि ये फरहान है? आप श्योर हैं? और फिर मैंने खुद से बात की. मुझे फरहान हमेशा से शहरी लड़का लगता था, अर्बन. मैं सोच रही थी कि अर्बन लड़का मिल्खा जी कैसे बन रहा है? इतना बड़ा ट्रांसफॉर्मेशन, इतनी मेहनत! उसके चेहरे पर मुझे, उसके गेटअप में, उसकी पूरी बॉडी लैंग्वेज में मैं (मिल्खा सिंह को) देख पा रही थी. मुझे बहुत शर्मिंदगी हुई खुद पर कि मैं इतनी छोटी बात कर रही हूं, जब हम ऐसी फिल्म बना रहे हैं.'
दिव्या के एक आईडिया ने यादगार बना दिया सीन
और फिर दिव्या ने अपना किरदार ऐसा निभाया कि फिल्म में फरहान के साथ उनका सीन हमेशा के लिए यादगार हो गया. उन्होंने बताया कि फरहान के साथ उनका इमोशनल सीन जिस तरह हुआ वो स्क्रिप्ट में नहीं था. दिव्या ने बताया, 'उन्होंने (राकेश ने) सीन शूट किया. मैंने उनके इंडियन टीम वाले ब्लेजर में अपने हाथ डाले और हम गले लगे. मगर मुझे लगा- ऐसी क्लीशे एंडिंग?!'
दिव्या ने आगे कहा कि सीन के दौरान ही, वो इमोशन में थीं और रो भी रही थीं. इसी बीच उनके दिमाग में अपने आप फरहान को सैल्यूट करने का आईडिया आया. और जब उन्होंने ये किया, तो पूरी यूनिट रोने लगी, फरहान रोने लगे. डायरेक्टर राकेश मेहरा की भी आंखें भर आईं और फिल्म के डी.ओ.पी. ने कट भी नहीं कहा. इस सीन एक बारे में दिव्या ने कहा, 'वो मोमेंट मेरी जिंदगी का बहुत ही खूबसूरत लम्हा रहेगा.'