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बॉर्डर से गदर 2 तक ...साबित हो गया कि सनी देओल से बड़ा एंटी-पाकिस्तान हीरो कोई नहीं!

'गदर 2' बॉलीवुड की सबसे कमाऊ फिल्मों में से एक बन चुकी है. फिल्म के हीरो सनी देओल पिछले कुछ समय में कमबैक की कई कोशिशें कर चुके हैं फिर भी बड़ी कामयाबी हाथ नहीं लगी. तो फिर 'गदर 2' में ऐसा क्या था जिसने बड़ी स्क्रीन पर इतना बड़ा धमाका किया? इस सवाल का जवाब शायद बड़े पर्दे पर सनी की इमेज में छिपा है.

'गदर 2' में सनी देओल, मनीष वाधवा 'गदर 2' में सनी देओल, मनीष वाधवा
सुबोध मिश्रा
  • नई दिल्ली ,
  • 22 अगस्त 2023,
  • अपडेटेड 10:21 AM IST

सनी देओल की 'गदर 2' सिर्फ हिट नहीं हुई है, ब्लॉकबस्टर हो चुकी है. बल्कि सही मायनों में तो ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर हो चुकी है यानी हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की सबसे बड़ी फिल्मों में से एक. जब ये सीक्वल अनाउंस हुआ था, तभी से इतना तय था कि इसे थिएटर में ऑडियंस तो अच्छी-खासी मिलने वाली है. लेकिन इसे देखने ऐसी भीड़ जुटेगी कि 10 दिन में ये बॉलीवुड की दूसरी सबसे बड़ी फिल्म बन जाएगी, ये सोच पाना थोड़ा सा मुश्किल था. लेकिन 'गदर 2' को जनता का ऐसा प्यार मिला कि अब जल्द ही ये बॉक्स ऑफिस पर 400 करोड़ का आंकड़ा पार करने वाली है. 

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ध्यान देने वाली बात ये है कि 'गदर 2' को रिव्यू बहुत अच्छे नहीं मिले. फिल्म में कुछ बहुत यूनीक नहीं था और फिल्म सबसे ज्यादा जिस चीज पर डिपेंड थी, वो था नॉस्टैल्जिया. यानी 2001 में आई 'गदर' का कनेक्शन. लेकिन सिर्फ इसी के भरोसे 'गदर 2' इतनी बड़ी फिल्म बन चुकी है कि ये हर दिन नए बॉक्स ऑफिस रिकॉर्ड तोड़ रही है.

इस तरह की धुआंधार कामयाबी के बाद एक जनरल सवाल तो सभी कर रहे हैं- गदर 2 की इस विस्फोटक कामयाबी का राज क्या है? इस सवाल के जवाब में कोई एक जवाब सोच पाना भी लोगों के लिए मुश्किल हो रहा है. मगर 'गदर 2' की कामयाबी में सबसे बड़ा कारण शायद कुछ और है. 'गदर 2' उस हीरो की बड़े पर्दे पर वापसी है, जो पाकिस्तान को घर में घुसकर सबक सिखाने के मामले में एक आइकॉन है.

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'गदर 2' का एक सीन (क्रेडिट: सोशल मीडिया)

पाकिस्तान की बैंड बजाने वाली फिल्में और किरदार
वक्त के साथ बदलने दौर में पाकिस्तान अब सिर्फ हमारा पड़ोसी मुल्क ही नहीं है, बल्कि बड़े पर्दे पर देशभक्ति का माहौल क्रिएट करने वाला सबसे बड़ा टूल भी है. पिछले एक दशक में आई बॉलीवुड फिल्मों में से अगर पाकिस्तान को निकाल दिया जाए तो शायद ही ऐसी कहानियां बचेंगी जिनसे देशभक्ति वाला फील आएगा. अगर फिल्म का लीड किरदार पाकिस्तान को हारने वाला काम कर दे तो थिएटर का माहौल ही बदल जाता है. 

'एक था टाइगर' (2012) में सलमान खान ने एक सीक्रेट कोड को पाकिस्तान तक पहुंचने से रोकने का काम किया था. हालांकि, इस चक्कर में उन्हें खुद पाकिस्तानी जासूस बनीं कटरीना कैफ से इश्क हो गया. लेकिन फिर इंडियन हीरो का, पाकिस्तान से आई हिरोइन को भगा ले जाना तो वैसे भी बड़ी स्क्रीन पर जनता को एक अलग थ्रिल देता आया है. सलमान के टाइगर से पहले, सैफ अली खान के 'एजेंट विनोद' ने भी पाकिस्तान को सबक सिखाया था. विनोद ने तो पाकिस्तान में एंट्री मार के जासूसी का खेल खेला था. 

विक्की कौशल, आलिया भट्ट, अक्षय कुमार

आने वाले सालों में कभी हमने 'द अटैक्स ऑफ 26/11' में पाकिस्तानी आतंकियों की नापाक साजिश देखी, तो कभी 'बेबी' में अक्षय कुमार पाकिस्तानी आतंकी को उठाकर इंडिया लाते देखे गए. 'राजी' में आलिया भट्ट एक पाकिस्तानी हाई-प्रोफाइल आर्मी ऑफिसर की बहू बनकर जासूसी करती नजर आईं, तो 'उरी' में विक्की कौशल 'घर में घुसकर मारेगा' मोड से ऑडियंस को थ्रिल दिया. मतलब, इंडिया में बड़े पर्दे पर पाकिस्तान को सबक दिखा देने वाला फ़ॉर्मूला वैसे भी जनता को शानदार थिएट्रिकल एक्सपीरियंस देता है. 

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इस थिएट्रिकल एक्सपीरियंस के बेस पर अक्षय कुमार की कई फिल्में हिट हुईं, जिनसे बड़े पर्दे पर उनकी इमेज 'देशभक्त' वाली बनी. 'हॉलिडे', 'बेबी', 'बेल बॉटम' और 'सूर्यवंशी' जैसी फिल्मों में अक्षय की देशभक्त वाली इमेज और उनके एक्शन के कॉम्बो ने काफी कमाल किए. सर्जिकल स्ट्राइक पर बेस्ड 'उरी' विक्की कौशल की सबसे बड़ी फिल्म है. अजय देवगन ने 'भुज', जॉन अब्राहम ने 'रोमियो अकबर वाल्टर' और 'पोखरण' जैसी फिल्मों में देशभक्ति वाला फ़ॉर्मूला खूब ट्राई किया. इसी साल रिलीज हुई 'पठान' में शाहरुख खान ने भी पाकिस्तान को ऐसा सबक सिखाया कि ये फिल्म बॉलीवुड की सबसे कमाऊ फिल्म बन गई. 

'पठान' में शाहरुख खान (क्रेडिट: सोशल मीडिया)

सनी देओल वर्सेज पाकिस्तान- एक कल्ट कथा
बॉलीवुड फिल्मों में अगर पाकिस्तान को सबक सिखाने की बात आएगी, तो सबसे ऊपर एक ही एक्टर का नाम लिया जाएगा- सनी देओल. सनी वो अल्टीमेट हीरो हैं जिन्होंने पर्दे पर इस वाले फ़ॉर्मूला का सबसे बेस्ट मोमेंट जिया है. 

1971 के भारत-पाक युद्ध पर बनी 'बॉर्डर' में सनी देओल के निभाए किरदार, मेजर कुलदीप सिंह का जो फैन न हो, वो सच्चा बॉलीवुड भक्त नहीं हो सकता. 2001 में आई 'गदर' में, तारा सिंह बने सनी ने पाकिस्तान में घुसकर जो तबाही मचाई थी, उसे इंडियन सिनेमा कभी नहीं भूल सकता. 5 करोड़ फुटफॉल वाली 'गदर' नई सदी की सबसे ज्यादा देखी गई बॉलीवुड फिल्म है. तारा सिंह पाकिस्तान में घुसा तो अपने प्यार के लिए था, लेकिन भारत की ताकत भी दिखाकर लौटा. 

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'गदर' के डायरेक्टर अनिल शर्मा ने ही सनी को लीड में लेकर 'द हीरो: लव स्टोरी ऑफ अ स्पाई' बनाई. इस बार सनी ने पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए एक सुपरस्मार्ट स्पाई का अंदाज पकड़ा और हैंडपंप की बजाय स्मार्ट गैजेट्स से खेलते नजर आए. अपने समय की सबसे बड़े बजट वाली फिल्मों में से एक 'द हीरो', 2003 की तीसरी सबसे बड़ी बॉलीवुड फिल्म थी. लेकिन थिएटर्स से भी ज्यादा इस फिल्म का क्रेज टीवी पर आने के बाद देखने को मिला. इन तीन बहुत बड़ी फिल्मों के बीच 'फर्ज', 'मां तुझे सलाम' और 'जाल' जैसी फिल्मों में भी सनी, पाकिस्तानी आतंकियों को खूब कूटते नजर आए थे. इन सारी फिल्मों ने सनी को बड़े पर्दे पर 'देशभक्त' वाली की बहुत तगड़ी इमेज दी थी. 

गदर, द हीरो और बॉर्डर में सनी देओल

ये जरूरी नहीं था कि इस इमेज में सनी की सारी फिल्में बहुत हिट ही रहीं, लेकिन टीवी पर खूब रिपीट टेलेकास्ट और सनी के फैनडम ने उन्हें इस इमेज के साथ फेविकोल की तरह जोड़ दिया. 2003-2004 के बाद जब सनी के करियर का ग्राफ नीचे जाने लगा तो उन्हें इस तरह के रोल भी मिलने कम हो गए. कहा ये भी जा सकता है कि शायद उन्हें इस तरह के रोल मिलने कम हो गए इसलिए उनका करियर नीचे जाने लगा. लेकिन दोनों बातों में कॉमन फैक्टर ये है कि बड़े पर्दे पर अल्ट्रा-देशभक्त वाले अवतार में सनी देओल बॉलीवुड के सबसे बड़े हीरो थे. 

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पिछले कुछ सालों से सनी ने अपने कमबैक की जो भी कोशिशें की हैं, उनमें उन्हें इस तारा के किरदार नहीं मिले. चाहे 'ढिश्कियाऊं' हो या 'पल पल दिल के पास', 'ब्लैंक' या फिर पीछे साल ही रिलीज हुई 'चुप'. एक तयशुदा इमेज में जनता के दिमाग में बस जाने का नुक्सान क्या होता है, ये शायद सनी देओल से बेहतर कोई नहीं बता सकता. वो सनी देओल जिनके काम को अभी पिछले साल ही 'चुप' में भी क्रिटिक्स ने बहुत सराहा था. 

और एक ही इमेज में जनता को याद रह जाने का फायदा कितना बड़ा होता है ये भी शायद सनी से बेहतर कोई नहीं बता पाएगा, क्योंकि उनकी लेटेस्ट फिल्म 'गदर 2' उन्हें वापस उस अवतार में लेकर आई है. इस अवतार में ही लौटने का कमाल ये है कि 2001 में इंडिया की सबसे बड़ी फिल्मों में से एक 'गदर' के हीरो सनी, 22 साल बाद इसी के सीक्वल से फिर बॉक्स ऑफिस का नया इतिहास लिख रहे हैं. 

 

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