
2 अक्टूबर को भारत अपने राष्ट्रपिता, महात्मा गांधी की जयंती मनाता है. आज जब जनता गांधी जयंती को सेलिब्रेट कर रही है उसी बीच एक नई फिल्म अनाउंस हुई है, जिसका गांधी कनेक्शन बहुत दिलचस्प है. फिल्म का टाइटल है 'गांधी टॉक्स' और इसके डायरेक्टर हैं किशोर पांडुरंग बेलेकर.
'गांधी टॉक्स' को एक बहुत दमदार टीजर के साथ अनाउंस किया गया है और इसमें कई ऐसी चीजें हैं, जिससे एक सिनेमा फैन के दिमाग को भरपूर खाद-पानी मिलेगा. सबसे पहली चीज तो है 'गांधी टॉक्स' की दमदार कास्ट. टीजर में एक्टिंग स्कूल कहे जाने वाले विजय सेतुपति और अरविन्द स्वामी तो हैं ही, साथ में अपने टैलेंट से क्रिटिक्स को खूब इम्प्रेस कर चुकीं यंग स्टार अदिति राव हैदरी भी हैं.
इन तीनों के साथ मराठी सिनेमा में बड़ी पहचान रखने वाले सिद्धार्थ जाधव भी हैं. इस सॉलिड स्टारकास्ट के साथ किशोर बेलेकर जो कहानी ला रहे हैं वो एक डार्क कॉमेडी है, ऐसी जानकारी टीजर में दी गई है.
साइलेंट फिल्म, दमदार कहानी
इस फिल्म का नाम भले 'गांधी टॉक्स' हो, लेकिन इसमें कोई भी टॉकिंग यानी बातचीत नहीं होने वाली क्योंकि ये एक साइलेंट फिल्म है. भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के सबसे बड़े नायकों में से एक महात्मा गांधी का जीवन और उनके सिद्धांत सिर्फ एक इंसान ही नहीं, बल्कि समाज और देश को भी बेहतरी का रास्ता दिखाने वाले मन्त्र की तरह हैं. लेकिन एक बड़ी विडंबना ये है कि दौर बदलने के साथ गांधी की शिक्षाओं से तो लोगों ने मुंह फेर लिया, लेकिन नोटों पर छपे गांधी को अपना मार्गदर्शक बना लिया.
'गांधी टॉक्स' की कहानी ऐसे ही एक ग्रे शेड में बेस्ड लग रही है. चारों किरदारों के हाथ में काफी पैसे हैं और चारों के साथ गांधी जी के अलग-अलग बंदर भी दिख रहे हैं. जहां अरविन्द स्वामी के साथ आंखें बंद किए हुए 'बुरा मत देखो' का मैसेज देने वाला बंदर है, वहीं सिद्धार्थ जाधव के साथ 'बुरा मत सुनो' और अदिति के साथ 'बुरा मत बोलो' वाला बंदर हैं.
'गांधी टॉक्स' की कहानी में एक दिलचस्प सिम्बल ये है कि विजय सेतुपति के किरदार के साथ टीजर में जो बंदर दिख रहा है वो खिलौने वाला है, जो बाजा बजाता है. टीजर में सबसे ज्यादा पैसे भी उन्हीं के सामने नजर आ रहे हैं और वो उन्हें गुपचुप तरीके से खिलौने में छुपाते दिख रहे हैं. यानी कहानी शायद कुछ ऐसी है कि सेतुपति का किरदार पैसे के चक्कर में इन तीन किरदारों से उलझने वाला है, या इन्हें उलझाने वाला है. शायद 'गांधी टॉक्स' में विजय सेतुपति नेगेटिव रोल में हैं. देखिए 'गांधी टॉक्स' का टीजर:
पैन इंडिया फिल्म
'गांधी टॉक्स' की सिर्फ कास्ट ही पैन इंडिया अपील वाली नहीं है, बल्कि फिल्म भी पैन इंडिया है और ये 6 भाषाओं में रिलीज होने वाली है. मेकर्स का प्लान इसे हिंदी, तमिल, तेलुगू, कन्नड़, मलयालम और मराठी में रिलीज करने का है. फिल्म सिर्फ गांधी ही नहीं, भारतीय सिनेमा के पायनियर के आइकॉन कहे जाने वाले दादासाहेब फाल्के को भी सेलिब्रेट कर रही है. भारतीय सिनेमा के 108 साल सेलिब्रेट करते हुए 'गांधी टॉक्स' के डायरेक्टर किशोर बेलेकर ने फिल्म दादासाहेब को डेडीकेट की है.
फिल्म की रिलीज डेट अभी अनाउंस नहीं की गई है, लेकिन अपनी तरह का ये एक्स्पेरिमेंट टीजर में तो बहुत मजेदार नजर आ रहा है. और एक दमदार कहानी का हिंट देखने के बाद, सिनेमा फैन्स को फिल्म का इंतजार यकीनन बड़ी बेसब्री से रहेगा.