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35 साल की उम्र में गीता ने कह दिया था दुनिया को अलविदा, शम्मी कपूर संग ऐसे हुई शादी

गीता से शम्मी की मुलाकात साल 1955 में फिल्म 'रंगीन रातें' की शूटिंग के दौरान हुई थी. इस फिल्म में शम्मी कपूर लीड रोल में थे लेकिन गीता का इस फिल्म में कैमियो था. इसी दौरान दोनों का प्यार परवान चढ़ा.

शम्मी कपूर और गीता बाली शम्मी कपूर और गीता बाली
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 21 जनवरी 2021,
  • अपडेटेड 8:21 AM IST

एक्ट्रेस गीता बाली ने 50 और 60 के दशक में कई शानदार फिल्मों में काम किया. उनकी अदाकारी की काफी सराहना हुई. गीता फिल्मों के अलावा अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी काफी चर्चा में रहीं. गीता की शादी पृथ्वीराज कपूर के बेटे शम्मी कपूर संग हुई थी. दोनों की लव स्टोरी काफी दिलचस्प है.

बता दें कि गीता बाली ने महज 35 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया. 21 जनवरी, 1965 को गीता का निधन हो गया. उनकी डेथ एनिवर्सरी पर जानते हैं कि कैसे शम्मी संग उनकी मुलाकात हुई और शादी हुई.

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इस फिल्म की शूटिंग के दौरान हुआ प्यार
गीता से शम्मी की मुलाकात साल 1955 में फिल्म 'रंगीन रातें' की शूटिंग के दौरान हुई थी. इस फिल्म में शम्मी कपूर लीड रोल में थे लेकिन गीता का इस फिल्म में कैमियो था. इसी दौरान दोनों का प्यार परवान चढ़ा.

गीता ने कर दिया था शम्मी से शादी से मना
किताब शम्मी कपूर: द गेम चेंजर के लिए रऊफ अहमद से बात करते हुए, अभिनेता ने खुलासा किया कि कैसे उन्होंने गीता बाली से शादी की. शम्मी और गीता की शादी मंदिर में हुई थी. उनकी शादी में कोई भी फैमिली मेंबर शामिल नहीं था. शम्मी ने कहा था- 'गीता मुझसे एक साल बड़ी थीं. Anand Math (1952) में उन्होंने मेरे पिता पृथ्वीराज कपूर के  साथ  काम किया. उन्होंने मेरे भाई राजकपूर के साथ भी काम किया. मैं श्योर नहीं था कि फैमिली कैसे रिएक्ट करेगी. मैंने अंदर से निर्णय कर लिया था कि वो गीता ही हैं. गीता ही वो महिला थीं, जिसके साथ मैं अपना जीवन बिताने जा रहा था.' 

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'लेकिन, विडंबना देखो, गीता ने मुझे आई लव यू तो कहा, लेकिन साथ ही उन्होंने शादी से मना कर दिया. उन्होंने कहा- मैं तुम्हारे बिना जीने के बारे में सोच भी नहीं सकती, लेकिन मैं तुमसे शादी नहीं कर सकती. मैं अपने परिवार को निराश नहीं कर सकती. वे मुझ पर निर्भर हैं. उनके पास कहीं और जाने की जगह नहीं है.'

शम्मी ने आगे कहा- 'चार महीने की तड़प, आंसू, विनती, अलगाव और हताशा के बाद. फिर एक दिन,  अचानक से 23 अगस्त, 1955 को, हम जुहू होटल, बॉम्बे में थे ... मैं वहां रह रहा था क्योंकि घर पर कोई नहीं था. मेरे माता-पिता पृथ्वी थिएटर की मंडली के साथ भोपाल में थे. मैंने गीता को फिर से प्रपोज किया. और इस बार उन्होंने कहा, "ठीक है शम्मी, चलो शादी कर लेते हैं. लेकिन ये अभी होनी है.' 

ऐसे हुई शम्मी और गीता की शादी
कुछ दोस्तों (जॉनी वॉकर, प्रोडेयूसर Hari Valia) की मदद से उन्होंने बाणगंगा मंदिर में शादी कर ली. शम्मी ने कहा- हरि हमें बाणगंगा मंदिर ले गए. शादी में हरि अकेले व्यक्ति थे. पुजारी ने सभी रीति-रिवाज किए, हमने साथ फेरे लिए और हमारी शादी हो गई. गीता ने अपने पर्स से लिपस्टिक निकाली और मांग भरने के लिए कहा.  

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गीता के निधन के बाद नीला देवी से हुई शम्मी की शादी
बता दें कि गीता बाली और शम्मी कपूर 23 अगस्त 1955 में शादी के बंधन में बंधे. इस शादी से कपल को दो बच्चे हुए. अपनी बेटी के जन्म के लगभग 4 साल बाद साल 21 जनवरी को 1965 में गीता का देहांत हो गया. इसके बाद शम्मी कपूर ने 1969 में नीला देवी से शादी कर ली.
 

 

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