
दिवंगत एक्टर इरफान खान के बेटे बाबिल ने हाल ही में फिल्मफेयर अवॉर्ड्स 2021 में शिरकत की. इनके दिवंगत पिता को खास अवॉर्ड से नवाजा गया, जिसे बाबिल ने स्टेज पर जाकर लिया. इरफान खान को फिल्मफेयर में स्पेशल ट्रिब्यूट भी दिया गया, जिसके बाद बाबिल फूट-फूटकर रोते नजर आए. बाबिल का यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल भी हुआ था. अब मां सुतापा सिकदर ने रोते हुए बाबिल की एक फोटो शेयर की है, जिसके साथ उन्होंने दिल छू लेने वाली पोस्ट भी लिखी है.
सुतापा सिकदर ने लिखी यह पोस्ट
सुतापा सिकदर ने बेटे बाबिल के लिए एक कविता लिखी है. सुतापा लिखती हैं, 'मेरा बेटा, बड़ा कड़क लौड़ा है वो, चुप चुप के नहीं सबके सामने जार जार रोता है वो, बड़ा कड़क लौड़ा है. बाप की यादों को समेटता है नाजुक ऊंगलियों से, बिखेरता है उन्हें खुशबू की तरह, सहेजता है उन्हें बंद डायरी में, बड़ा सख्त लौंड़ा है वो. अपनी मां को गले लगाके कह पाता है, पूरी जिंदगी तू घना पेड़ थी हम सबके लिए, अब उड़ मां पंख फैलाए होश गवाएं. शर्माता है गालों पर उसके गिरते हैं डिंपल मुस्कुराकर, जब कहता है अपनी ही मां को- अब तू जा जी ले अपनी जिंदगी सिमरन, बड़ा सख्त लौंड़ा है यह. रात भर रोता है बाबा की याद में, जब आंख सूज जाती हैं तो पूछने पर यह नहीं कहता अपनी मरदानगी के खातिर की सोया नहीं रात भर, कह देता है रोया हूं मां. अहससा को जज्बात को नौ मन बोझ बनाके नहीं रखता क्योंकि मर्द है वो, अल्लाह का लाख लाख शुक्र है बड़ा सख्त लौंड़ा है मेरा बेटा. क्योंकि जज्बात छिपाने के लिए नहीं दिखाने के लिए जिगर चाहिए होता है, पुराने रिवायतों को तोड़कर नए आयाम बनाने के लिए जिगर चाहिए होता है, बहुत-बहुत सख्त होना पड़ता है नरम दिखने के लिए, बड़ा सख्त लौंड़ा है यह.'
फूट-फूटकर रोए थे बाबिल
जब स्टेज पर होस्ट की भूमिका निभा रहे राजकुमार राव और आयुष्मान खुराना, इरफान के लिए खूबसूरत शब्दों का इस्तेमाल करते हैं, भारतीय सिनेमा में उनके योगदान का बखान करते हैं, तब बाबिल काफी इमोशनल हो जाते हैं. वह सिर्फ उन आंसूओं से ही अपना संदेश पूरी दुनिया तक पहुंचा देते हैं. जब बाबिल को स्टेज पर वह खास अवॉर्ड लेने के लिए बुलाया जाता है, तब भी उनकी तरफ से सिर्फ यहीं कहा जाता है कि वह अपने पिता का सिर गर्व से ऊंचा करेंगे. वह भारतीय सिनेमा को नई ऊंचाइयों पर लेकर जाएंगे. उनका यह कहना सभी को तालियां बजाने पर मजबूर कर देता है और इरफान खान के कभी हार न मानने वाले जज्बे को ताजा कर जाता है. वैसे इससे पहले भी बाबिल को कई मौकों पर इमोशनल होते देखा गया है. बस फर्क इतना रहता है कि वह अपना इमोशन लिखकर बयां करने में विश्वास रखते हैं. वह पुरानी तस्वीरों के जरिए अपने पिता को मिस करते हैं.