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जावेद अख्तर ने 'अश्लीलता' के डर से छोड़ दी थी शाहरुख की फिल्म, डबल मीनिंग लगा था 'कुछ कुछ होता है' टाइटल, हुआ पछतावा

जावेद ने बताया कि उन्हें फिल्म के टाइटल से अश्लीलता वाली फीलिंग आई थी. अपनी बात खत्म करते हुए उन्होंने कहा, 'कुछ कुछ होता है... क्या होता है?! अब मुझे अफसोस होता है, मगर तब मैंने फिल्म छोड़ दी थी.' फिल्म छोड़ने से पहले जावेद साहब ने इसका एक पॉपुलर गाना 'कोई मिल गया' जरूर लिख दिया था.

जावेद अख्तर, शाहरुख खान, काजोल जावेद अख्तर, शाहरुख खान, काजोल
aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 08 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 10:36 AM IST

सुपरस्टार शाहरुख खान को जिन फिल्मों ने ऊंचाई पर पहुंचाया, उनमें से एक है 'कुछ कुछ होता है'. डायरेक्टर करण जौहर की ये फिल्म आज एक क्लासिक फिल्म मानी जाती है. बॉलीवुड के सबसे आइकॉनिक गीतकारों में से एक जावेद अख्तर ने अब खुलासा किया है कि उन्होंने 'कुछ कुछ होता है' रिजेक्ट कर दी थी. 

फिल्म छोड़ने से पहले जावेद साहब ने इसका एक पॉपुलर गाना 'कोई मिल गया' जरूर लिख दिया था. फिल्म छोड़ने की वजह बताते हुए जावेद अख्तर ने बताया कि उन्होंने टाइटल की वजह से हुई एक गलतफहमी की वजह से फिल्म छोड़ दी थी. 

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जावेद ने 80 के दौर को कहा 'हिंदी सिनेमा का अंधकार युग'
सपन वर्मा के यूट्यूब चैनल पर एक कन्वर्सेशन का हिस्सा बने जावेद अख्तर ने कहा कि उन्होंने अपने दौर में जमकर फिल्में छोड़ी हैं. उन्होंने कहा, 'मैंने इतनी फिल्में छोड़ी हैं अपनी लाइफ में कि अब मुझे लगता है कि मैंने ज्यादा फिल्में की हैं या ज्यादा फिल्में छोड़ी हैं? और बहुत अलग-अलग वजहों से छोड़ी हैं...' 

जावेद ने बताया कि उन्हें अश्लील और डबल मीनिंग गानों से बहुत दिक्कत थी और उन्होंने इस तरह की कई फिल्में छोड़ी हैं, जो जरा सी भी वल्गर लगती थीं. जावेद अख्तर बोले, '80s में एक समय था, मैं 80s को हिंदी सिनेमा का अंधकार युग मानता हूं. क्योंकि बहुत अनचाही चीजें हो रही थीं, डबल मीनिंग गाने होते थे. ऐसे लोग थे जो या तो डबल मीनिंग गाने लिखते थे, या ऐसे गाने लिखते थे जिनमें कोई मीनिंग ही नहीं होता था. मैंने वो सारी फिल्में छोड़ दीं जिनमें गानों में किसी भी तरह सोचने से अभद्रता या अश्लीलता नजर आती थी'. 

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जावेद अख्तर ने इस वजह से छोड़ दी थी 'कुछ कुछ होता है'
उन्होंने आगे कहा, 'इस चक्कर में मैंने एक बहुत अच्छी फिल्म छोड़ दी, वो है 'कुछ कुछ होता है'. पहला गाना मैंने लिखा था, जो रिकॉर्ड भी हुआ 'कोई मिल गया, मैं तो हिल गया.' फिर उन्होंने फिल्म का टाइटल 'कुछ कुछ होता है' रख दिया. मैंने ऐसी फिल्म में काम करने से मना कर दिया जिसका टाइटल 'कुछ कुछ होता है' हो'.

जावेद ने बताया कि उन्हें फिल्म के टाइटल से अश्लीलता वाली फीलिंग आई थी. अपनी बात खत्म करते हुए उन्होंने कहा, 'कुछ कुछ होता है... क्या होता है? अब मुझे अफसोस होता है, मगर तब मैंने फिल्म छोड़ दी थी.'

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