
आमिर खान के बड़े बेटे जुनैद खान बॉलीवुड में महाराज फिल्म से डेब्यू कर चुके हैं. हालांकि ये फिल्म ओटीटी पर रिलीज हुई थी, लेकिन एक्टर को एक अच्छी कहानी से लॉन्च मिला. फिल्म पर जुनैद के सुपरस्टार पिता आमिर खान ने भी अपना रिएक्शन दिया था, वो क्या था इस पर एक्टर ने बात की. जुनैद ने बताया कि उन्हें फिल्म कैसी लगी और इसे देखने के बाद वो क्या बोले.
आमिर को पसंद आती है हर फिल्म
महाराज 14 जून से नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही है, ये कोर्ट रूम ड्रामा फिल्म महाराज लाइबल केस पर आधारित है. फिल्म को क्रिटिक्स और दर्शकों से मिक्स्ड रिस्पॉन्स मिला है. लेकिन जुनैद के पिता आमिर को फिल्म अच्छी लगी. हालांकि उनके इस रिस्पॉन्स को जुनैद ने थोड़ा कॉमन बताया है. HT को दिए इंटरव्यू में जुनैद ने कहा- एक दर्शक के तौर पर जब वो कुछ देखते हैं, तो वो उसका पूरी तरह आनंद लेना चाहते हैं. इसलिए उन्हें हर वो चीज पसंद आ जाती है. बस अपनी खुद की फिल्मों को छोड़कर, जहां वो दर्शक नहीं हैं.
जुनैद आगे बोले- मेकर्स ने पापा को फिल्म दिखाई थी. इतना डिस्कशन नहीं हुआ पापा से. ये उनकी फिल्म नहीं है. वो अपने काम में बिजी है. उन्हें फिल्म अच्छी लगी, उन्होंने कुछ सुझाव दिए थे. मेकर्स ने कुछ माने, कुछ को इग्नोर कर दिया.
पिता से ना हो कम्पैरिजन
जुनैद के मुताबिक आमिर सिर्फ अपनी ही फिल्मों को एक क्रिटिक्स के नजरिए से देखते हैं, बाकी अगर किसी भी फिल्म को वो देखें तो एंजॉयमेंट उनका मेन पर्पज होता है. तो उन्हें हर फिल्म अच्छी लग जाती है. वो अपने परफेक्शनिस्ट पिता के टैग और उनसे की जाने वाली तुलना से बहुत बचते हैं. उनका मानना है कि हर कोई अपना रास्ता खुद बनाता है और वो अपने इस सफर को बस एंजॉय कर रहे हैं. जुनैद ने कहा- मुझे ऐसा नहीं लगता. हर किसी को अपना काम खुद करना होता है. जिंदगी हर किसी के लिए अलग-अलग होती है. मैं इस सफर पर हूं और इसका आनंद ले रहा हूं.
जुनैद ने अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत एक अनकन्वेन्शनल फिल्म से की, जहां ज्यादातर एक्टर रोमांटिक या चॉकलेटी बॉय की इमेज से करते हैं. इस पर बात करते हुए जुनैद ने कहा- मुझे नहीं पता कि ये एक अपरंपरागत डेब्यू है या नहीं, क्योंकि वाईआरएफ एक बड़ा बैनर है और सिड सर (डायरेक्टर सिद्धार्थ मल्होत्रा) मुझे फिल्म में चाहते थे. कहानी स्वाभाविक रूप से बहुत नाटकीय है, यही मेरे लिए बड़ी बात है. मैं 2017 से थियेटर कर रहा हूं. उन्होंने खुद मुझे बुलाया था और टेस्ट देने के लिए कहा था. मैं इसे किसी कैटेगरी में नहीं डालता. शायद प्रोड्यूसर्स और डायरेक्टर्स मुझे रोमांटिक हीरो की तरह नहीं देखते. आपको जो काम मिले उसे करना चाहिए, अगर उसकी स्क्रिप्ट अच्छी है तो. बाकी कुछ मायने नहीं रखता है.
जुनैद फिलहाल साई पल्लवी के साथ दूसरी फिल्म पर काम कर रहे हैं. इसकी ज्यादा डिटेल्स अभी नहीं दी गई है.