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कोर्ट ने कंगना के बयानों को बताया गैरजिम्मेदाराना, कहा- उन्हें संयम बरतना चाहिए था

कोर्ट ने कंगना से कहा, "एक व्यक्ति द्वारा दिए गए गैर जिम्मेदाराना बयानों को किसी भी व्यक्ति द्वारा नजरअंदाज कर दिया जाना चाहिए." हालांकि कंगना इस बीच कोर्ट से अपने पक्ष में मिले फैसले के बाद अपनी पीठ थपथपाती नजर आईं.

कंगना रनौत कंगना रनौत
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 27 नवंबर 2020,
  • अपडेटेड 3:02 PM IST
  • कंगना रनौत को मिलेगा BMC से हर्जाना
  • कंगना के बयानों को बताया गैरजिम्मेदाराना
  • एक्ट्रेस ने थपथपाई अपनी पीठ

कंगना रनौत दफ्तर तोड़फोड़ मामले में शुक्रवार को बॉम्बे हाई कोर्ट का फैसला आ गया है. कोर्ट ने बीएमसी की मंशा को गलत बताते हुए उसे फटकार लगाई है और कहा है कि तोड़फोड़ में हुए नुकसान का मूल्यांकन होने के बाद BMC से हर्जाने की राशि कंगना को देने की बात कही है.

हालांकि कुल मिलाकर फैसला कंगना के पक्ष में रहा लेकिन कोर्ट ने कंगना रनौत के बयानों को भी गैरजिम्मेदाराना बताया है. कोर्ट ने कहा, "हम यह स्पष्ट करते हैं कि हम कंगना द्वारा दिए गए बयानों को स्वीकार नहीं करते हैं. उसे संयम बरतना चाहिए था, लेकिन मुख्य मुद्दा दफ्तर में हुई तोड़फोड़ है न कि उसका ट्वीट."

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हाईकोर्ट ने कहा, "एक व्यक्ति द्वारा दिए गए गैर जिम्मेदाराना बयानों को किसी भी व्यक्ति द्वारा नजरअंदाज कर दिया जाना चाहिए." हालांकि कंगना इस बीच कोर्ट से अपने पक्ष में मिले फैसले के बाद अपनी पीठ थपथपाती नजर आईं. उन्होंने कोर्ट के फैसले वाली खबर को ट्वीट करते हुए खुद का महिमामंडन किया है और अपने आप को हीरो बताया है.

कंगना रनौत ने खुद को बताया हीरो

कंगना रनौत ने अपने ट्वीट में लिखा, "जब एक व्यक्ति सरकार के खिलाफ खड़ा होता है और जीतता है तो ये उस व्यक्ति की जीत नहीं बल्कि लोकतंत्र की जीत है. शुक्रिया उन सभी का जिन्होंने मुझे साहस दिया और शुक्रिया उनका जो मेरे टूटे हुए सपनों पर हंसे. ये आपको विलेन की भूमिका में खड़ा करता है ताकि मैं हीरो बन सकूं."

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