
कंगना रनौत ने रविवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की. उनकी मुलाकात बहुत ज्यादा लंबी नहीं रही. कंगना और उनकी बहन रंगोली चंदेल दोनों राज्यपाल से मिलने राज्यभवन गए थे जहां लगभग आधे-पौने घंटे तक उनकी बातचीत हुई. इस मुलाकात के बाद राज्यभवन से निकलकर कंगना ने कहा कि उन्हें न्याय की उम्मीद है.
कंगना ने राज्यपाल संग हुई बातचीत के बारे में कहा. उन्होंने कहा- 'आज राज्यपाल जी से मिलकर मैंने उनके सामने अपनी परेशानी रखी. मेरे साथ जो अन्याय हुआ है वह उन्हें बताया. राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को मैं एक आम नागरिक के तौर पर अपनी परेशानी बताने आई थी कि मेरे साथ जो हुआ वो गलत हुआ है. उन्होंने मुझे एक बेटी की तरह सुना. जिस शहर में मैंने स्क्रैच से अपनी शुरुआत की थी, वहीं मेरे साथ ऐसा सुलूक किया गया है. राजनीति से मेरा कोई संबंध नहीं है. आम आदमी की तरह ही मैं अपनी फरियाद लेकर आई थी. मुझे खासकर देश की बच्चियों को सिस्टम पर विश्वास है. विश्वास है कि मुझे न्याय मिलेगा'.
नीले कमल का फूल लिए राजभवन से निकलीं कंगना
इस दौरान कंगना हाथ में नीले कमल का फूल लिए बाहर निकलती नजर आईं. मालूम हो कि शिवसेना के साथ कंगना की जुबानी जंग ने अहम मोड़ ले लिया है. शिवसेना के नेता संजय राउत के साथ विवाद के बाद पाली हिल स्थित कंगना के ऑफिस पर बीएमसी ने बुलडोजर चला दिया था. इसके अलावा कंगना को उनके घर में अवैध कंस्ट्रक्शन के लिए भी नोटिस भेजा गया था.
PoK से की थी मुंबई की तुलना
गौरतलब है कि संजय राउत संग छिड़ी जुबानी जंग में कंगना रनौत ने ट्वीट में मुंबई की तुलना पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) से कर दी थी, जब संजय राउत की ओर से कंगना को मुंबई ना लौटने की नसीहत दी गई थी. इसके बाद बीएमसी ने कंगना के दफ्तर का अवैध हिस्सा ढहा दिया, तब कंगना की ओर से फिर एक बार मुंबई को पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर कहा गया. इतना ही नहीं, कंगना ने बीएमसी को बाबर की सेना कहा, साथ ही कहा कि बाबर ने राम मंदिर तोड़ा था, लेकिन मंदिर दोबारा वहीं बनेगा. इसी बात को लेकर यह बहस अब सियासी रूप लेता नजर आ रहा है.