
कंगना रनौत रविवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलने राजभवन पहुंच गई हैं. यहां वे राज्यपाल के सामने अपनी फरियाद सुना रही हैं. राजभवन तक आने में कंगना ने कोई देरी नहीं की बल्कि वे समय से आधे घंटे पहले ही राजभवन पहुंच गई हैं. राज्यपाल से मिलने का समय साढ़े 4 बजे का रखा गया है पर कंगना इससे पहले ही पहुंच चुकी थीं.
राज्यपाल के साथ इस मुलाकात में कंगना अपनी परेशानी का जिक्र कर सकती हैं. बीएमसी द्वारा उनके दफ्तर को तोड़ने से लेकर उन्हें नोटिस दिए जाने की बात कंगना राज्यपाल के सामने रख सकती हैं. खबर ये भी है कि कंगना जल्द ही मुंबई से बहार जाने वाली हैं. फिलहाल इस बात को लेकर कोई खबर सामने नहीं आया है.
बीएमसी ने कंगना के ऑफिस में की तोड़-फोड़
बता दें कि शिवसेना के साथ शुरू हुई कंगना कि बहस काफी आगे बढ़ चुकी है. इसी विवाद के बीच पाली हिल स्थित कंगना के ऑफिस पर बीएमसी ने बुलडोजर चला दिया था. इसके बाद कंगना ने भी जुबानी वार करते हुए शिवसेना और महाराष्ट्र सरकार से कहा- आज मेरा घर टूटा है कल तेरा घमंड टूटेगा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी कंगना को जवाब दिया चल था. संजय राउत ने कंगना को मुंबई न आने की नसीहत दी थी. इस पर कंगना ने मुंबई आने का चैंलेंज किया था. बाद में गृह मंत्रालय ने कंगना को वाई श्रेणी की सुरक्षा दी और फिर वे मुंबई आई.
गौरतलब है कि संजय राउत संग छिड़ी जुबानी जंग में कंगना रनौत ने ट्वीट में मुंबई की तुलना पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) से कर दी थी, जब संजय राउत की ओर से कंगना को मुंबई ना लौटने की नसीहत दी गई थी. इसके बाद बीएमसी ने कंगना के दफ्तर का अवैध हिस्सा ढहा दिया, तब कंगना की ओर से फिर एक बार मुंबई को पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर कहा गया. इतना ही नहीं, कंगना ने बीएमसी को बाबर की सेना कहा था.